झारखंड उत्पाद सिपाही बहाली में 12 अभ्यर्थियों की हुई मौत, डॉक्टर ने बतायी ये वजह

अभ्यर्थियों की लगातार हो रही मौत पर एमएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक डॉ आरके रंजन ने बताया कि डिहाइड्रेशन की वजह से अभ्यर्थी बेहोश हो रहे हैं. गरमी के कारण लोगों को डिहाइड्रेशन हो जा रहा है.

By Sameer Oraon | September 3, 2024 3:38 PM
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रांची : झारखंड में हो रहे उत्पाद सिपाही की दौड़ पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रोक लगा दी है. साथ ही नियमावली की समीक्षा करने का निर्देश जारी कर दिया. बहाली प्रक्रिया में भाग लेने गये अभ्यर्थियों की हो रही मौत की वजह से सरकार को यह निर्णय लेना पड़ा. पुलिस इस मामले की जांच कर रही. वहीं, विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर था.

किन वजहों से हो रही मौत

ऐसे में अब सवाल ये उठता है किस वजह से अभ्यर्थियों की आए दिन मौत हो रही है. हालांकि इस मामले में पूरी तरह से पर्दा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उठेगा. लेकिन चिकित्सकों की मानें तो स्ट्रोक और रक्त का प्रवाह सही तरीके से नहीं होने के कई अभ्यर्थियों की जान गयी है. उनका कहना है कि डिहाइड्रेशन की वजह से अभ्यर्थी बेहोश हो रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि बहाली केंद्र पर सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद है. डॉक्टरों की टीम तैनात रहती है. वहीं, पीने का पानी और ओरआरएस का घोल भी उपलब्ध रहता है.

क्या कहते हैं डॉक्टर

अभ्यर्थियों की लगातार हो रही मौत पर एमएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक डॉ आरके रंजन ने बताया कि डिहाइड्रेशन की वजह से अभ्यर्थी बेहोश हो रहे हैं. सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक प्रतियोगिता में शामिल होने के कारण अभ्यर्थियों को धूप व गरमी के कारण डिहाइड्रेशन हो जा रहा है. इस कारण अभ्यर्थियों का ब्लड प्रेशर व ऑक्सीजन लेबल कम हो जा रहा था. उन्होंने यह भी कहा कि स्ट्रोक व रक्त का प्रवाह सही तरीके से नहीं होने के कारण कई बीमार अभ्यर्थियों की स्थिति गंभीर हो गयी. इस वजह से उनकी मौत भी हो गयी.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का क्या है निर्देश

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स के माध्यम से बहाली प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्देश दे दिया है. साथ ही अधिकारियों को नियमावली की समीक्षा करने को भी कहा है. उन्होंने मृत अभ्यर्थियों के प्रति शोक जताते हुए उनके परिजनों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने कहा है कि अब दौड़ का आयोजन सुबह नौ बजे के बाद किसी भी सूरत में नहीं की जायेगी. जिन अभ्यर्थियों को दौड़ के पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण की जरूरत महसूस होगी उनके लिए चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था होगी. सभी प्रतियोगिता स्थलों पर प्रतिभागियों के लिए नाश्ते/फल का व्यवस्था होगी ताकि कोई भूखे पेट दौड़ में शामिल न हो.

अब तक किस केंद्र पर कितने अभ्यर्थियों की मौत

पलामू में पांच अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है. इनमें गया निवासी अमरेश, गोड्डा निवासी प्रदीप, ओरमांझी के अजय, छतरपुर कउव्वल के अरुण, पांडू के वृद्धखैरा निवासी दीपक का नाम शामिल है. यहां 93 अभ्यर्थी बेहोश हुए. गिरिडीह में दो अभ्यर्थी की मौत हुई, जबकि 178 बीमार हुए हैं. हजारीबाग में दो की मौत हुई है और एक दर्जन से अधिक बेहोश हुए हैं. सीटीसी, मुसाबनी में एक व टेंडरग्राम, रांची में एक अभ्यर्थी की मौत हुई है. साहिबगंज में रांची के विकास लिंडा की मौत हुई है.

583 पदों के लिए कितने आवेदक हैं

झारखंड में उत्पाद सिपाही बहाली को लेकर दौड़ की प्रक्रिया चल रही है. इसमें अब तक 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है, जबकि 400 के करीब अभ्यर्थी बेहोश होकर बीमार हुए हैं. उत्पाद सिपाहियों के 583 पद के लिए पहले चरण में हो रही शारीरिक दक्षता परीक्षा में एक सितंबर तक कुल एक लाख पैतालीस हजार अभ्यर्थी शामिल हो चुके हैं. इनमें से 90 हजार अभ्यर्थी दौड़ में सफल हुए हैं.

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