झारखंड में गोभी दो रुपये किलो, निराश किसान ने ट्रैक्टर से फसल को रौंदा
Jharkhand Farmers News: झारखंड के किसान अपने में खेतों में ट्रैक्टर चलाने को विवश हो चुके हैं. इसकी वजह ये है कि उन्हें लागत मूल्य नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीण इलाकों के बाजार में गोभी 2 रुपये किलो बिक रहा है.
रांची : किसान दिन रात कड़ी मेहनत कर अपने खेतों में फसल करते हैं. लेकिन झारखंड के किसान आज अपनी मेहनत पर ही पानी फेर दे रहे हैं. इसकी बड़ी है कि उन्हें अपना लाग मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है. जिससे वे निराश हैं. ग्रामीण इलाकों के बाजार में फूलगोभी और पत्ता गोभी दो रुपये किलो बिक रहा है. वहीं, शहरी इलाकों में गोभी 10 रुपये किलो बिक रही है. इसलिए अब किसान अपने खेतों पर टैक्टर चलाने को विवश हैं.
किसान राधेश्याम महतो ने अपनी फसल चला दिया ट्रैक्टर
सोमवार को रामगढ़ जिले के चितरपुर प्रखंड क्षेत्र के बड़कीपोना गांव के किसान राधेश्याम महतो ने अपनी एक एकड़ जमीन में लगी पत्ता गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला कर उसे रौंद दिया. दो दिन पहले गोला में भी किसान ने इसी तरह फूलगोभी की तैयार फसल पर ट्रैक्टर चला दिया था.
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फसल को बाजार तक लाने का खर्च भी नहीं मिल रहा
किसानों का कहना है कि खेत से तोड़कर फसल को बाजार तक लाने में जो खर्च आ रहा है, उतनी कीमत भी उन्हें नहीं मिल रही है. किसान राधेश्याम महतो ने बताया कि हमारा पूरा परिवार कृषि कार्य पर निर्भर है. सालों भर हमलोग खेती करके अपने परिजनों का भरण-पोषण करते है. लेकिन अचानक सब्जियों के दाम नहीं मिलने से काफी क्षति हो रही है. बाजार में दो से पांच रुपये किलो गोभी बिक रही है. कुछ किसानों ने कहा कि कर्जा लेकर खेती की थी. नुकसान होने के कारण साहूकारों को अब सूद भी देना पड़ेगा.
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