”मैंने पूरी कोशिश की थी कि मैं…” अध्यक्ष पद से हटने के बाद क्या बोल गये राजेश ठाकुर ?
झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि मैंने पूरी कोशिश की कि मैं पार्टी और संगठन को मजबूत करूं. अपने कार्यकाल के दौरान मैंने कई जरूरी फैसले लिये जिससे पार्टी को फायदा है
रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया है. राजेश ठाकुर को हटाकर अब केशव महतो कमलेश को अब प्रदेश पार्टी की कमान सौंपी गयी है. अध्यक्ष बदलने से पहले केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी के कई बड़े नेताओं से वन टू वन बातचीत की थी जिसके बाद ये निर्णय लिया गया. प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के बाद राजेश ठाकुर का बयान सामने आ गया है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत पर अपने कामकाज पर संतुष्टि जतायी और कहा कि मैंने पूरी कोशिश की थी कि मैं पार्टी संगठन को मजबूत करूं.
क्या कहा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि कामकाज का आकलन करना पार्टी आलाकमान का होता है, लेकिन मैंने हमेशा पार्टी और गठबंधन को अपने स्तर से मजबूत करने की पुरजोर कोशिश की. अंतिम व्यक्ति तक पार्टी के मूल्यों को समझाने की कोशिश की. मैंने कुछ त्वरित निर्णय भी लिये जो पार्टी के लिए आवश्यक थे. जिसका परिणाम ये है कि एक जमीनी कार्यकर्ता केशव महतो कमलेश कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं.
कुड़मी वोटरों को साधने की है तैयारी
केशव को अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व का मकसद कुड़मी वोटरों को गोलबंद करना है. यही कारण है कि केंद्रीय आलाकमान ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी है. राज्य में कुड़मी समुदाय की अच्छी खासी जनसंख्या है. कई इलाकों रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो, धनबाद समेत कई इलाकों में कुड़मी वोटर्स निर्णायक की भूमिका में रहते हैं.