स्थापना दिवस 2022: झारखंड के इन ऐतिहासिक स्थलों पर ठहरने की है ऐसी व्यवस्था, जानें डिटेल
15 नवंबर 2022 को झारखंड 22 साल को होने जा रहा है. बीते 22 सालों में राज्य ने अनेक उपलब्धियां हासिल की. इनमें से पर्यटन भी एक है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी सरकारों ने कई कदम उठाये और उसके नवीकरण पर ध्यान दिया
15 नवंबर 2022 को झारखंड 22 साल का होने जा रहा है. इन 22 सालों में राज्य ने अनेक उपलब्धियां हासिल की. इनमें से पर्यटन भी एक है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी सरकारों ने कई कदम उठाये और उसके नवीकरण पर ध्यान दिया. इसी का परिणाम है कि साल दर साल झारखंड में आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. राज्य सरकार की आंकड़ों को मानें तो 2000 में झारखंड आये देसी पर्यटकों की संख्या केवल 23,991 और विदेशी पर्यटकों की संख्या 172 थी.
इसके बाद के वर्षों में पर्यटकों की संख्या में सैकड़ों गुणा का इजाफा हो गया. लेकिन वर्ष 2011 तक देसी पर्यटकों की संख्या बढ़ कर 1,45,80,387 और विदेशी पर्यटकों की संख्या 87,521 पहुंच गयी. वर्ष 2019 में राज्य में आनेवाले देसी पर्यटकों की संख्या 3,55,80,768 हो गयी. वहीं साल 2020 में 1,76,043 विदेशी सैलानी राज्य में आये थे.
पर्यटन विभाग आने वाले दिनों में राज्य को देश के अव्वल पांच राज्यों में शुमार करना चाहता है और इसी उद्देश्य से हेमंत सोरेन सरकार ने नयी पर्यटन नीति लागू की है. ऐसे में अगर आप भी कभी राज्य के पर्यटन स्थल घूमना चाहते हैं उस स्थान के बारे में जानना जरूरी है जहां पर आप ठहर सकते हैं.
नेतरहाट
नेतरहाट झारखंड का सबसे खूबसूरत स्थलों में से एक है. यही वजह है कि इन्हें लोग छोटानागपुर की रानी के नाम से जानते हैं. यहां पर स्थित है होटल प्रभात. जो नेतरहाट बस स्टैंड से केवल 2 किमी की दूरी पर स्थित है. जो बेहद खूबसूरत और अफोर्डेबल है. इस होटल की एक और खासियत है. आप इस होटल से उगता हुआ सूरज देख सकते हैं. जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती है.
बेतला पार्क पलामू
बेतला नेशनल पार्क झारखंड का सबसे खूबसूरत राष्ट्रीय उद्यान है जो कि पलामू जिले में स्थित है. ये भारत का सबसे पुराना टाइगर रिजर्व में से में एक है. जहां आपको कई तरह के जंगली जानवर देखने और विदेशी पक्षी देखने को मिल जाएंगे. इस जंगल के भीतर आपको पलामू का किला, तलाहा गर्म झरना, लोधा झरना भी देखने को मिल जाएगा. अगर आप यहां पर आना चाहते हैं तो आपके रूकने के लिए होटल वन विहार सबसे खूबसूरत जगह है. जो कि बेतला नेश्नल पार्क के सामने में ही स्थित है. इसके थोड़ी ही दूरी पर बरवाडीह रेलवे स्टेशन और डाल्टेगंज रेलवे स्टेशन स्थित है.
बाबाधाम मंदिर
बाबाधाम मंदिर झारखंड का सबसे ऐतिहासिक स्थल में से में एक है. इसे भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगो में से में एक कहा गया है. यह एक सिद्धपीठ है. इस कारण इस लिंग को यहां स्थित शिवलिंग को “कामना लिंग” भी कहते हैं. अगर आप भी कभी इस मंदिर के दर्शन के लिए आना चाहते हैं तो आपके ठहरने लिए होटल नटराज सबसे अच्छी जगह है. यह देवघर टाउन हॉल के सामने में स्थित है. आप मंदिर में पेड़ा वाली गली होते हुए पहुंच सकते हैं. जो अपने स्वादिष्ट पेड़े के लिए मशहूर है. होटल के 500 मीटर के दूरी पर शिवगंगा मंदिर और उससे थोड़ी ही दूरी पर नवलखा मंदिर स्थित है.
रांची जगन्नाथ मंदिर
रांची का जगन्नाथ मंदिर भारत के सबसे प्रचीन मंदिरों में से में एक है. जिसका निर्माण सन् 1691 ई में नागवंशी राजा ठाकुर एनी नाथ शाहदेव ने किया था. यह उत्कल पुरी के जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पर बनाया गया है. इस मंदिर का निर्माण एक छोटी पहाड़ी पर किया गया है. अगर आप यहां पर भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए आना चाहते हैं तो आप होटल बिरसा विहार में ठहर सकते हैं. जो रांची मेन रोड स्थित बिग बाजार के पीछे में स्थित है. जहां से मंदिर थोड़ी ही दूरी पर स्थित है.