झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान को दुल्हन की तरह सजाया गया है. समरोह स्थल पर दर्शकों की भीड़ लगी हुई है. जबकि मैदान के बाहर राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाएं के पोस्टर लगे हुए हैं. जहां लाभुकों को उन योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है. प्रवेश द्वार की सुंदरता देखते ही बन रही है. आपको बता दें कि कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएम हेमंत सोरेन कर रहे हैं.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 22.85 लाख लोगों के बीच 2,006 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया. कुछ लाभुकों को मुख्यमंत्री ने स्टेज पर परिसंपत्ति का वितरण किया. मौके पर दिशोम गुरु शिबू सोरेन, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं.
तो वहीं सत्यानंद भोक्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने तीन साल में वो काम किया है, जो पिछले 20 साल में नहीं हुए. किसी को उम्मीद नहीं थी कि कभी 1932 का खतियान लागू होगा और ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण मिलेगा. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ही झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों का उद्धार कर सकते हैं. इस अवसर पर दिशोम गुरु शिबू सोरेन, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं.
विशिष्ट अतिथि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि 15 नवंबर झारखंड प्रदेश के लिए एक अहम दिन है. वर्ष 2000 में नये राज्य का गठन हुआ था. आज 22 साल हो गये. गुरुजी की पहल पर हमने अलग राज्य हासिल किया. यहां के लोगों की जो इच्छा-आकांक्षा थी, हमने उसे पूरा किया. लोगों को उम्मीद थी कि हर हाथ को काम मिलेगा, हर खेत को पानी मिलेगा. उनके मन में भावना थी कि झारखंड हमारा है, हम इसका विकास करेंगे. लेकिन 22 सालों के बाद मुझसे अगर कोई कहे कि क्या हमारे पूर्वजों और नेताओं के सपने पूरे हुए.