प्रकृति की गोद में बसा है रांची का अनगड़ा प्रखंड, आज भी कई पर्यटन स्थल हैं गुमनाम, देखें PICS
Jharkhand Foundation Day: चुंदरी फाॅल (Chundari Fall) बरवादाग पंचायत क्षेत्र के सुदूर जंगल के बीचोबीच स्थित है. अगर आप यहां जाना चाहते हैं, तो आपको चुंदरी फॉल तक पहुंचने के लिए करीब एक घंटे पैदल चलना पड़ेगा.
Jharkhand Foundation Day: झारखंड (Jharkhand News) की राजधानी रांची (Ranchi) का एक प्रखंड है अनगड़ा. अनगड़ा प्रखंड (Angara Block) को कुदरत ने नैसर्गिक सौंदर्य से नवाजा है. प्रकृति की गोद में बसे अनगड़ा में हुंडरू फाॅल, जोन्हा फाॅल, सीता फाॅल व गेतलसूद डैम जैसे प्रख्यात पर्यटन स्थल हैं. इसके अलावा चुंदरी फाॅल एवं छोटा हुंडरू फाॅल जैसे प्राकृतिक सौंदर्य के खजाने भी हैं, जो आज भी गुमनाम हैं.
बरवादाग पंचायत के सुदूर जंगल में है चुंदरी फॉल
चुंदरी फाॅल (Chundari Fall) बरवादाग पंचायत क्षेत्र के सुदूर जंगल के बीचोबीच स्थित है. अगर आप यहां जाना चाहते हैं, तो आपको चुंदरी फॉल तक पहुंचने के लिए करीब एक घंटे पैदल चलना पड़ेगा. हां, यहां पहुंचकर जब आप इस झरना के दृश्य को निहारेंगे, तो आपकी सारी थकान मिट जायेगी. नये साल पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग यहां वनभोज (पिकनिक) के लिए पहुंचते हैं.
तिरलाकोचा में रामकृष्ण मिशन ने किया है सफल प्रयोग
ग्रामीणों का कहना है कि चुंदरी फाॅल में चेकडैम बनाकर एक पाइप बिछाकर खेतों एवं घरों तक पानी पहुंचाया जाये, तो सिंचाई और पेयजल दोनों की समस्या दूर हो जायेगी. पूरी पंचायत में लोग पेयजल की किल्लत झेल रहे हैं. खेतों की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं है. ग्रामीणों का तर्क है कि राजाडेरा पंचायत (Rajadera Panchayat) के तिरलाकोचा (Tirlakocha) में राम कृष्ण मिशन (Ram Krishna Mission) सफलतापूर्वक यह प्रयोग कर चुका है.
बिना किसी खर्च के लोगों के घर पहुंच रहा पहाड़ का स्वच्छ पानी
तिरलाकोचा में पहाड़ का स्वच्छ पानी सालों भर खेतों, घरों एवं स्कूलों में गुरुत्वाकर्षण के जरिये बगैर किसी खर्च के पानी पहुंच रहा है. सीताडीह के ग्राम प्रधान राजेश बेदिया, वार्ड सदस्य प्रदीप बेदिया, पूर्व वार्ड सदस्य बुधराम बेदिया, दिवाकर बेदिया, उदय बेदिया, बरवादाग के सत्यदेव मुंडा और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि यह सारा क्षेत्र वन विभाग के अधीन है. वन विभाग के थोड़े से प्रयास से ही इस क्षेत्र के एक हजार किसानों की तकदीर बदल जायेगी.
कच्ची नाली बनाकर चुंदरी फॉल के पानी से सिंचाई करते हैं किसान
गर्मी के मौसम में आसपास के कई किसान कच्ची नालियों का निर्माण कर अपने खेतों तक गुरुत्वाकर्षण के जरिये चुंदरी फाॅल का पानी पहुंचाते हैं. ग्रामीण वन विभाग से फाॅल तक पहुंच पथ बनाने का आग्रह भी किया है. उनका कहना है कि रोड बनने से यह क्षेत्र पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा एवं स्थानीय ग्रामीणों के रोजगार के साधन बढ़ेंगे.
रूसुजारा व पुटादाग के जंगल में है छोटा हुंडरू फॉल
इसी प्रकार, छोटा हुंडरू फाॅल रूसुजारा व पुटादाग के जंगलों में स्थित है. यहां से भी सुरसू व हलमाद पंचायतों के किसान कच्ची नालियों के जरिये पानी ले जाकर कृषि कार्य करते हैं. आजसू सुप्रीमो पूर्व डिप्टी सीएम सुदेश कुमार महतो इसके विकास की पहल कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने वन विभाग व लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं.
रिपोर्ट- जितेंद्र कुमार, अनगड़ा, रांची