अमन साहु गैंग की धमकी से झारखंड के कई कोयला कारोबारी खौफ में, किसी ने ठिकाना बदला तो कई छोड़ेंगे धंधा
गिरोह के मयंक सिंह नाम का छद्मनामी शख्स कोयला कारोबारियों को फोन कर लगातार रंगदारी मांग रहा है. चतरा, रांची, रामगढ़, हजारीबाग व धनबाद के कोयला व्यवसायियों को व्हाट्सऐप नंबर पर मैसेज भेजा जाता है.
दुमका जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहु गिरोह के आतंक से कोयलांचल के कोयला कारोबारी व उनके परिजन दहशत में हैं. कई कारोबारी भूमिगत हो गये हैं, तो कई ने अपना फोन नंबर और ठिकाना बदल लिया है. परिजन निजी गार्ड के भरोसे हैं. कई ने कोयले का धंधा छोड़ने का ही मन बना लिया है.
गिरोह के मयंक सिंह नाम का छद्मनामी शख्स कोयला कारोबारियों को फोन कर लगातार रंगदारी मांग रहा है. चतरा, रांची, रामगढ़, हजारीबाग व धनबाद के कोयला व्यवसायियों को उनके व्हाट्सऐप नंबर पर मैसेज भेजा जाता है. फिर उन्हें मोबाइल पर फोन कर यह कहते हुए धमकी दी जा रही है कि क्या भैया आपलोग हम पर ध्यान नहीं दीजियेगा. कितना मेहनत करवाईयेगा. साथ ही रांची में कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता उर्फ छोटू गुप्ता को गोली मारने संबंधी अखबारों में प्रकाशित खबरें भी गिरोह द्वारा यह कहते हुए कोयला व्यवसायियों को भेजा जा रहा है कि अगर बात नहीं मानें, तो इससे भी बुरा हाल होगा.
पुलिस को भी है जानकारी :
अमन साहु द्वारा कोयला कारोबारियों को धमकी दिये जाने की खबर से पुलिस महकमा अनजान नहीं है. लेकिन इस गिरोह के खिलाफ अभियान चलाकर पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. दूसरी ओर कई कोयला कारोबारियों को पूर्व में दी गयी धमकी के एवज में मिले सरकारी बॉडीगार्ड वापस ले लिया गया है. कारोबारियों का कहना है कि यही हाल रहा तो धंधा छोड़ कर दूसरे राज्यों में जाना पड़ेगा.
एक तरफ एनआइ, दूसरी ओर अपराधी :
धमकी से परेशान कोयला कारोबारी बता रहे हैं कि पिछले दिनों काेयला कारोबारियों द्वारा रंगदारी के तौर पर अपराधियों व उग्रवादियों को पैसा देने पर कोयला व्यवसाय व ट्रांसपोर्टिंग से जुड़े कई लोग एनआइए की रडार पर आये थे. दूसरी ओर अपराधी गिरोह लगातार रंगदारी मांग रहे हैं. रंगदारी नहीं देने पर कोयला कारोबारियों को निशाना बना रहे हैं. ऐसे में अमन साहु गिरोह से बातचीत में एक कोयला कारोबारी कह रहा है कि वह धंधा ही छोड़ देगा.
एटीएस की पूछताछ में अमन ने स्वीकारी थी रंगदारी मांगने की बात
बालूमाथ में एटीएस की पूछताछ में अमन ने कोयला कारोबार से जुड़े 14 लोगों से रंगदारी मांगने की बात स्वीकारी थी. रंजीत गुप्ता को गोली मारने के बाद इनमें से कई लोगों को वाट्सएप नंबर 1 (307) 302-3558 से कॉल कर धमकी दी जा रही है. इनमें कारोबारियों में कोयला ट्रांसपोर्टर राजेंद्र साहु, विकास तिवारी (टीटीपीएल), मुजम्मिल खान (कोयला ट्रांसपोर्टर),
मनोज यादव (बालूमाथ, डीओ होल्डर), छोटू गुप्ता (चंदवा, कोयला कारोबारी), अमित सिंह (गणनायक, कोयला ट्रांसपोर्टर, चतरा), सुमित चटर्जी (अंबे कंपनी), बिपिन मिश्रा (कोयला ट्रांसपोर्टर), नेपाल यादव (कोयला लिफ्टर), रंजन लाल शाहदेव (सिकनी), अब्दुला अंसारी (खलारी, कोयला ट्रांसपोर्टर), लवलेश्वर महतो (कोयला कारोबारी), श्नीनिवास रेड्डी (कोयला उत्खनन कंपनी), प्रभात रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी(बालूमाथ).