झारखंड: जेल से ही रंगदारी का धंधा चला रहा गैंगस्टर अमन साहु, रित्विक कंपनी से मांगे करोड़ों रुपये
पूछताछ में अमन साहु ने बताया कि रित्विक कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट सतीश से एक वर्ष पूर्व 65 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी. यह राशि कंपनी को किस्तों में 25 वर्षों में देनी थी.
रांची, प्रणव :
गैंगस्टर अमन साहु जेल से ही रंगदारी का धंधा चला रहा है. रंगदारी नहीं देने पर वह जेल से ही साजिश रच कर बड़ी कंपनी के अफसर की हत्या करा देता है. विशेष तौर पर वह कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों, लिफ्टरों और कोल माइनिंग कंपनियों को निशाना बनाता है. रांची, हजारीबाग, चतरा, लातेहार व रामगढ़ जिले में उसका खास आतंक है. उसने कोलकाता में भी एक कोयला कारोबारी के ठिकाने पर फायरिंग करायी थी. रिमांड पर लातेहार की बालूमाथ पुलिस की पूछताछ में उसने कई खुलासे किये हैं.
पूछताछ में अमन साहु ने बताया कि रित्विक कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट सतीश से एक वर्ष पूर्व 65 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी. यह राशि कंपनी को किस्तों में 25 वर्षों में देनी थी. लेकिन, कंपनी की ओर से मेरे लोगों को पैसा पहुंचाने के लिए संपर्क नहीं किया गया. मेरे लोगों द्वारा रित्विक कंपनी के पदाधिकारियों को बार-बार पैसे देने के लिए बोला गया. तब कंपनी के पदाधिकारियों ने हमलोगों के नंबर ब्लॉक कर दिये.
दूसरे नंबर से फोन करने पर रिसीव नहीं करते थे. ऐसे में मुझे लगा कि जब तक कंपनी के किसी बड़े अधिकारी को टारगेट कर गोलीबारी नहीं की जायेगी, तब तक कंपनी हमलोगों की बात नहीं मानेगी. तब फरवरी 2023 में कोलकाता जेल में रहते हुए कंपनी के जीएम भास्कर को मारने की योजना बनायी. फिर गिरोह के मयंक सिंह उर्फ शेखर सिंह के कहने पर बाहर के शूटरों को बुलाया गया. हजारीबाग जेल में बंद युगेश्वर महतो ने मैनेज करने का काम किया. वहीं, पतरातू का चंदव साव ने शूटरों की व्यवस्था की.
भास्कर की जगह शरत कुमार की हो गयी हत्या :
अमन साहु ने रित्विक कंपनी के जीएम भास्कर की हत्या की साजिश रची थी, जबकि उसके बदले इसी कंपनी के अधिकारी शरत कुमार की हत्या हो गयी. गौरतलब है कि शरत कुमार की हत्या अमन साहु गिरोह द्वारा किये जाने का खुलासा पिछले दिनों हजारीबाग पुलिस ने भी किया था. अमन साहु ने पूछताछ में यह भी कहा कि कोयला कारोबारियों से हवाला के माध्यम से रंगदारी व लेवी का पैसा लिया जाता है.
वहीं, गिरोह के लिए हथियार खरीदने में भी पैसे का उपयोग हवाला के जरिये किया जाता है. अमन के मुताबिक लातेहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष रंजनलाल नाथ शाहदेव से गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के कहने पर एक करोड़ रुपये की रंगदारी सचिन कुमार सिंह उर्फ सत्तू ने मांगी थी. इस मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था.
रंगदारी मांगने के लिए अमन साहु जंगी ऐप के जरिये हजारीबाग, चतरा, लातेहार, रामगढ़ के ठेकेदारों, कोयल व्यवसायी एवं अन्य बड़े कंपनियों के डायरेक्टर के मोबाइल नंबर हासिल कर उन सभी को धमकी देकर रंगदारी वसूलता है. इसके अलावा वह अपने गिरोह के लोगों से संपर्क करने के लिए मयंक सिंह कैलिफोर्निया, गोल्डी बराड़, विशाल चौहान व अनमोल बिश्नोई के नाम से फेसबुक आइडी का उपयोग करता है. इसके अलावा अंजली सिंह, अमीषा सिंह, काजल सिंह, प्रिया, पूजा, पूजा कुमारी आदि के नामों से बनाये गये टेलीग्राम आइडी का भी उपयोग करता है. अमन साहु ने खुद स्वीकार किया है कि वह और सुजीत सिन्हा जेल से ही मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं.