झारखंड : PLFI व TPC के उग्रवादियों और हवाला कारोबारियों से है गैंगस्टर अमन साव के संबंध
अमन साव गिरोह के खिलाफ 17 जुलाई 2023 को एक केस दर्ज हुआ था. इसके बाद रांची और रामगढ़ में छापेमारी शुरू की गयी.
जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव का संबंध पीएलएफआइ और टीपीसी के उग्रवादियों से है. उसका संंबंध राज्य के बाहर के अपराधियों के अलावा हवाला कारोबारियों से भी है. इनके सहयोग से अमन साव वसूली गयी लेवी की राशि से हवाला के जरिये एके- 47, कार्बाइन, पिस्टल और अत्याधुनिक हथियार खरीदता है. इन बातों का खुलासा आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की जांच में हुआ है. अमन साव गिरोह के खिलाफ 17 जुलाई 2023 को एक केस दर्ज हुआ था.
इसके बाद रांची और रामगढ़ में छापेमारी शुरू की गयी. एटीएस के एसपी को सूचना मिली थी कि गैंगस्टर अमन साव ने अपने सहयोगी आकाश राय, हरि तिवारी और बॉबी साव के माध्यम से एके- 47 हथियार खरीदने के लिए कुछ लोगों से रंगदारी की मांग की है. रंगदारी नहीं देने पर हत्या की धमकी दी गयी है. उल्लेखनीय है कि अमन साव पूर्व में रिमांड के दौरान पुलिस के समक्ष उग्रवादियों और अपराधी संगठनों से अपने संबंधों को स्वीकार चुका है.
उसने बताया था कि उसका संबंध टीपीसी उग्रवादियों में बुढ़मू निवासी सागर गंझू, पलामू निवासी राजन उर्फ मुन्ना, उमेश यादव, रमेश यादव, मनोज सिंह, आशीष कुजूर, विराज और अन्य लोगों से है. जबकि पीएलएफआइ के परमेश्वर गोप से है. उसका संबंध झारखंड जन मुक्ति मोर्चा के कुलेश्वर सिंह के अलावा झांगुर ग्रुप के रामदेव उरांव और झुनझुन से है.