झारखंड के गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को 14 दिन के लिए कोर्ट ने भेजा जेल, मुंबई से एटीएस ने किया था गिरफ्तार
झारखंड के गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. रांची कोर्ट में उसकी पेशी हुई. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे
झारखंड के गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वायड) ने गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची की अदालत में पेश किया. कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. झारखंड एटीएस की टीम ने मंगलवार को उसे मुंबई से गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसे मुंबई कोर्ट में पेश किया गया.
कड़ी सुरक्षा में पेश किया गया अदालत में
गुरुवार को एटीएस की टीम ने अमन श्रीवास्तव को रांची के सिविल कोर्ट में पेश किया. इस दौरान अदालत की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी. पेशी से पहले भी हाई सिक्यूरिटी की व्यवस्था की गयी थी. अदालत की सुनवाई के बाद अमन को रांची के बिरसा मुंडा जेल ले जाया गया. अगले 14 दिन वह न्यायिक हिरासत में रहेगा.
कई दिनों से रखी जा रही थी नजर
आपको बता दें कि गिरफ्तारी से पहले अमन श्रीवास्तव पर एटीएस एसपी और उनकी टीम कई दिनों से लगातार उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी. जैसे ही एटीएस की टीम को पता चला कि अमन मुंबई में है, टीम तुरंत रवाना हो गयी. मुंबई एटीएस के सहयोग से झारखंड पुलिस की नाक में दम कर देने वाले इस गैंगस्टर को गिरफ्तार कर लिया गया.
महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों में बनाया था ठिकाना
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अमन श्रीवास्तव पिछले सात-आठ साल से महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में ठिकाना बदल-बदलकर पुलिस से बच रहा था. हालांकि, उसकी आपराधिक गतिविधियां जारी थीं. बताया जाता है कि वह तकनीकी रूप से काफी दक्ष है, जिसकी वजह से लंबे समय तक पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गया. झारखंड पुलिस जब अमन को गिरफ्तार नहीं कर सकी, तो इसकी जिम्मेदारी एटीएस को सौंपी गयी. एटीएस की टीम ने आखिरकार मंगलवार को मुंबई से अमन श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया.
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23 मामलों में वांछित है गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव कुल 23 मामलों में आरोपी है. उस हत्या के दो मामले दर्ज हैं. हत्या के प्रयास के 4, रंगदारी मांगने के 13, आर्म्स एक्ट के 2 केस उस पर दर्ज हैं. दो अन्य मामलों में भी वह आरोपी है. वह कोयला खनन में लगी कंपनियों से रंगदारी मांगता था. रंगदारी के लिए फायरिंग करवाता था. साथ ही अन्य घटनाओं को भी अंजाम देता था. झारखंड के 6 जिले रांची, रामगढ़, चतरा, हजारीबाग, लातेहार और लोहरदगा में उसका गिरोह सक्रिय है.