झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने झारखंड मंत्रालय में शुक्रवार को नवनियुक्त पांच लोकपालों को नियुक्ति पत्र सौंपा. इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री ने सभी लोकपालों से मनरेगा के कार्यों का निरीक्षण, सुनवाई एवं समाधान पारदर्शी तरीके से करने की अपील की. मंत्री ने नवनियुक्त लोकपालों से कहा कि वे अपने उत्कृष्ट दायित्व निर्वहन से रोल मॉडल बनें. धैर्यपूर्वक एक जज की तरह समस्या या शिकायतों को सुनें, परखें और तब उचित निर्णय लें.
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य यही है कि छोटी-मोटी शिकायतों का ससमय समाधान हो और छोटी-छोटी गड़बड़ियों को ध्यान देकर सुधार जाये. मंत्री ने लोकपाल अपने उत्कृष्ट दायित्व निर्वहन से रोल मॉडल बनें. धैर्यपूर्वक एक जज की तरह समस्या या शिकायतों को सुनें, परखें और तब निर्णय लें.
Also Read: झारखंड के बेरोजगारों को गांव में ही रोजगार देने की योजना हुई फेल, जानें मंत्री आलमगीर आलम ने क्या कहाग्रामीण विकास सचिव चंद्रशेखर ने कहा कि लोकपालों की नियुक्ति से मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता आयेगी. लोकपालों का दायित्व मनरेगा के तहत लाभुकों के प्रति जवाबदेह, पारदर्शी तंत्र तथा दक्षता में गुणात्मक सुधार करना है. उन्होंने कहा कि लोकपाल न सिर्फ योजनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे, बल्कि शिकायतों का तत्काल समाधान भी करेंगे एवं योजनाओं की कार्य प्रगति से सरकार को अवगत करायेंगे.
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