रांची : चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस (Coronavirus) दुनिया के 70 से ज्यादा देशों तक फैल चुका है. झारखंड भी इससे अछूता नहीं रहा. इस जानलेवा वायरस ने झारखंड सरकार की चिंता बढ़ा दी है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बुधवार (4 मार्च, 2020) की शाम के बाद गुरुवार (5 मार्च, 2020) को भी अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि सरकार इस वायरस से चिंतित है और इससे निबटने के उपायों पर विचार-विमर्श कर रही है.
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि कोरोना वायरस आपदा जैसी है. इसको लेकर सरकार भी चिंतित है. कैसे इसे फैलने से रोका जाये और इसका इलाज क्या है, इस दिशा में सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है. मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें. हर तरह का एहतियात बरतें.
श्री सोरेन ने कहा कि रंगों के त्योहार होली को लेकर सरकार कोई एडवाइजरी जारी नहीं करेगी. लोगों को खुद तय करना है कि वे कैसे इस त्योहार को मनायेंगे. उन्होंने उम्मीद जतायी कि लोग रंगों के इस पर्व के दिन शुभकामनाएं लेंगे और देंगे. उसका तरीका क्या होगा, यह खुद वे ही तय करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार का काम इस जानलेवा वायरस से बचने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना है. इससे बचने के लिए अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले खेल के आयोजनों को भी स्थगित करने की सूचनाएं आ रही हैं. यह बताता है कि यह वायरस कितना खरतनाक है. उन्होंने कहा कि सतर्कता ही बचाव का माध्यम हो सकता है.
उधर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने विभागीय अधिकारियों के साथ एक बार फिर बैठक की. बताया गया है कि बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की गयी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनहित की योजनाओं को शीघ्र लागू करें. बैठक में स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी के अलावे विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. ज्ञात हो कि बुधवार की रात को श्री गुप्ता ने कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी.
उल्लेखनीय है कि झारखंड में भी कोरोना वायरस से पीड़ित कई संदिग्ध मरीज पाये गये हैं. चार संदिग्ध के ब्लड सैंपल कोलकाता और पुणे भेजे गये हैं. कोरोना को लेकर देश भर में हाई अलर्ट के बीच राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में कोरोना के चार संदिग्ध भर्ती हुए थे. सभी दूसरे देशों से आये हैं. इनमें एक महिला है.