झारखंड सरकार सात जिलों में नये संबद्ध विवि की करेगी स्थापना
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने राज्य में टीचिंग इंटेंसिव एफिलिएटिंग यूनिवर्सिटी एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी की स्थापना करने का निर्णय लिया है. इसके लिए नौ कॉलेजों का चयन किया गया है
संजीव सिंह, रांची: राज्य सरकार ने झारखंड के मौजूदा विवि में गवर्नेंस और एडमिनिस्ट्रेशन सुधार के लिए सात जिलों में न्यू एफिलिएटिंग यूनिवर्सिटी (संबद्ध विवि) की स्थापना करने का निर्णय लिया है. इसके लिए सात जिलों खूंटी, गुमला, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, पाकुड़, साहिबगंज तथा गोड्डा का चयन किया गया है. यह संबद्ध विवि मौजूदा विवि से जुड़ा रहेगा. साथ ही मौजूदा विवि में काम के बोझ को कम किया जायेगा. संभावना है कि संबंधित जिले के कॉलेज को ही अपग्रेड कर विवि का काम-काज भी निबटाया जायेगा. इसके लिए आधारभूत संरचना का विकास किया जायेगा. इस बाबत उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है.
नौ कॉलेजों को मिलेगा टीचिंग एफिलिएटिंग-रिसर्च इंटेंसिव यूनिवर्सिटी का दर्जा :
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने राज्य में टीचिंग इंटेंसिव एफिलिएटिंग यूनिवर्सिटी एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी की स्थापना करने का निर्णय लिया है. इसके लिए नौ कॉलेजों का चयन किया गया है. नयी शिक्षा नीति के तहत इसे अपग्रेड कर यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने का प्रस्ताव तैयार किया है. पहले फेज में वैसे कॉलेज का चयन किया गया है, जहां पीजी की पढ़ाई होती है. साथ ही नामांकन का प्रतिशत अधिक है और इन कॉलेजों के पास पर्याप्त जमीन भी है. जिन कॉलेजों को चुना गया है, उनमें जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर, केओ कॉलेज गुमला, रांची वीमेंस कॉलेज, बिरसा कॉलेज खूंटी, रामगढ़ कॉलेज, गिरिडीह कॉलेज, एसएसएलएनटी महिला कॉलेज धनबाद, देवघर कॉलेज तथा गोड्डा कॉलेज गोड्डा शामिल हैं. फैकल्टी डेवलपमेंट एकेडमी व स्टूडेंट फैसिलिटेशन सेंटर भी खुलेगा
विभाग ने राज्य में झारखंड फैकल्टी डेवलपमेंट एकेडमी तथा स्टूडेंट फैसिलिटेशन सेंटर की भी स्थापना करने का निर्णय लिया है. एकेडमी का मुख्य कार्य कॉलेजों व विवि के शिक्षकों की एकेडमिक क्षमता का विकास करना है. इससे पूर्व राज्य सरकार झारखंड में शोध, स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड रिसर्च, इनोवेशन एंड स्टार्टअप प्रोमोशन बोर्ड का गठन करने का निर्णय ले चुकी है. इसके लिए उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है. इसके तहत नेट/जेट क्वालिफाई अभ्यर्थियों को रिसर्च फेलोशिप तथा यूजी व पीजी विद्यार्थियों के लिए रिसर्च असिस्टेंटशिप देने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.