झारखंड राजकीय मुद्रणालय में नाम बदलने का काम तीन माह से ठप, इन कागजातों की पड़ती है जरूरत
नाम बदलने के लिए लोगों को लंबी प्रक्रिया पूरी करनी होती है. इसके बाद भी लोग जब काम पूरी कर मुद्रणालय कार्यालय पहुंच रहे हैं, तो उन्हें निराशा हो रही है.
झारखंड राजकीय मुद्रणालय में नाम बदलने का काम पूरी तरह से ठप है. इस कारण तीन माह से अधिक समय से लोग परेशान हो रहे हैं. पहले तो कहा गया कि अभी आवेदन नहीं लिया जा रहा है. अब आवेदन लेना शुरू किया गया है, इसके बाद भी लोगों का काम नहीं हो पा रहा है. इस कारण लोगों का जरूरी काम नहीं हो पा रहा है. लोगों का काम कब तक होगा, इसके बारे में कार्यालय के स्टाफ कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं. इस बारे में अधिकारियों के पास भी कोई जवाब नहीं है. कार्यालय की ओर से बताया जाता है कि जब काम होगा, तो फोन करके बता देंगे.
लंबी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी लोग परेशान :
नाम बदलने के लिए लोगों को लंबी प्रक्रिया पूरी करनी होती है. इसके बाद भी लोग जब काम पूरी कर मुद्रणालय कार्यालय पहुंच रहे हैं, तो उन्हें निराशा हो रही है. सबसे पहले आपको नोटरी से शपथ पत्र बनवाना होगा. इसमें नाम बदलने की वजह बतानी होगी. शपथ बनवाने के बाद आपको किसी दो अखबार (हिंदी और अंग्रेजी) में प्रकाशित कराना होगा.
फिर राजपत्र कार्यालय जाकर आवश्यक कागजात जमा करने होंगे. राजपत्र कार्यालय के अधिकारी दस्तावेजों की जांच के बाद प्रदेश के गजट पत्र में आपकी सूचना प्रकाशित करेंगे. इसके बाद आपको एक पत्र (गजट नोटिफिकेशन) दिया जायेगा. गजट नोटिफिकेशन के माध्यम से आप आधार सेवा केंद्र में जाकर आधार कार्ड में नाम सुधार करा सकेंगे.
यह कागजात देने होंगे
आवेदन के साथ दो गवाह का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर देना होगा. शपथ पत्र की मूल प्रति, दो मूल समाचार पत्र, जिसमें नाम परिवर्तन के लिए नोटिस प्रकाशित किया गया है. शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड आदि की छायाप्रति में राजपत्रित अधिकारी या नोटरी द्वारा प्रमाणित और दो रंगीन फोटोग्राफ स्वहस्ताक्षरित देना होगा.