झारखंड सरकार को 15,107 करोड़ रूपये का बजट घाटा, लक्ष्य का सिर्फ 73.19 % ही मिला राजस्व
सरकार ने राजस्व अनुमान के मुकाबले 8243.04 करोड़ रुपये के सरप्लस बजट का अनुमान किया था. हालांकि वित्तीय वर्ष के शुरुआती दौर में कोविड-19 की वजह से व्यापारिक गतिविधियां बंद हो गयी. इससे राजस्व पर खराब असर पड़ा.
jharkhand government revenue 2020-21 रांची : कोविड-19 के कुप्रभाव से 31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में सरकार को 15,107 करोड़ रुपये का बजटीय घाटा हुआ. हालांकि सरकार ने 2020-21 का बजट पेश करते वक्त 8243.04 करोड़ के सरप्लस बजट का अनुमान किया था. वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान सरकार को विभिन्न स्रोतों से लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 73.19 प्रतिशत का ही राजस्व मिला. वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए सरकार ने कुल 86370 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान करते हुए कुल 86370 करोड़ रुपये के खर्च का बजट पेश किया था.
सरकार ने राजस्व अनुमान के मुकाबले 8243.04 करोड़ रुपये के सरप्लस बजट का अनुमान किया था. हालांकि वित्तीय वर्ष के शुरुआती दौर में कोविड-19 की वजह से व्यापारिक गतिविधियां बंद हो गयी. इससे राजस्व पर खराब असर पड़ा. इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने बजट आकार को 86370 करोड़ से घटा कर 83,613.05 करोड़ कर दिया. साथ ही 8243.04 करोड़ के बदले बजट के 4,087.03 करोड़ रुपये सरप्लस होने का अनुमान किया.
हालांकि सरकार को 83,613.05 करोड़ के संशोधित राजस्व लक्ष्य के मुकाबले राजस्व नहीं मिल सका. महालेखाकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार,सरकार को इस लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 61,192.64 करोड़ रुपये का ही राजस्व मिल सका. यह संशोधित राजस्व लक्ष्य का सिर्फ 73.19 प्रतिशत है.
राजस्व पर कोविड-19 के कुप्रभाव से सरकार को 15107.62 करोड़ रुपये का बजटीय घाटा हुआ. इस अवधि में सरकार का कुल खर्च 67,918.73 करोड़ रहा. सरकार के अपने राजस्व स्रोतों के अलावा केंद्रीय करों और सहायता अनुदान में भारी कमी दर्ज की गयी. सरकार को केंद्रीय करों में हिस्सेदारी के रूप में लक्ष्य का सिर्फ 75.67 प्रतिशत ही मिल सका. केंद्रीय सहायता अनुदान मद में भी सरकार को लक्ष्य के मुकाबले 75.72 प्रतिशत ही मिला.