कैबिनेट विस्तार कल संभव, कांग्रेस से इरफान, झामुमो से बैद्यनाथ का नाम तय

झामुमो और कांग्रेस में कैबिनेट विस्तार का खाका लगभग तैयार हो गया है. इस बार कैबिनेट में पूरे 12 मंत्रियों का बर्थ भरा जायेगा. टेंडर घोटाले में आलमगीर आलम के जेल जाने के बाद अल्पसंख्यक कोटे से जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी का मंत्री बनना तय है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 27, 2024 12:35 AM

ब्यूरो प्रमुख, (रांची).

झामुमो और कांग्रेस में कैबिनेट विस्तार का खाका लगभग तैयार हो गया है. इस बार कैबिनेट में पूरे 12 मंत्रियों का बर्थ भरा जायेगा. टेंडर घोटाले में आलमगीर आलम के जेल जाने के बाद अल्पसंख्यक कोटे से जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी का मंत्री बनना तय है. झामुमो ने भी कैबिनेट में खाली अपने कोटे के एक मंत्री पद के लिए बैद्यनाथ राम का नाम तय किया है. 28 जून की शाम को शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी है. इस बीच चर्चा है कि कांग्रेस अपने दो मंत्रियों को बदल सकती है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के परफॉरमेंस से कांग्रेस नेतृत्व नाराज बताया जा रहा है. बादल का पत्ता कटा, तो महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. कांग्रेस कोटे से एक और मंत्री हटे, तो चार लोग मंत्री पद की शपथ लेंगे. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कांग्रेस नेतृत्व से जल्द ही अपना निर्णय बताने को कहा है. उधर, बुधवार देर शाम कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से कैबिनेट विस्तार और विधायक दल के नेता के नाम पर चर्चा की. इसके अलावा राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात, कैबिनेट विस्तार और समीकरण पर चर्चा हुई. कांग्रेस गुरुवार को मुख्यमंत्री श्री सोरेन को अपने नये मंत्रियों की सूची सौंप सकती है.

रामेश्वर उरांव हो सकते हैं विधायक दल के नेता :

जेल में बंद आलमगीर आलम ने विधायक दल नेता पद से भी इस्तीफा दिया था. डॉ रामेश्वर उरांव पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक हैं. ऐसे में उन्हें विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है. आलाकमान ने श्री उरांव के नाम पर मुहर लगायी, तो उन्हें भी मंत्री पद की जवाबदेही से मुक्त करने का फैसला लिया जा सकता है. हालांकि, फिलहाल सदन में उपनेता प्रदीप यादव को कार्यवाहक विधायक दल का नेता बनाया गया है.

बैद्यनाथ राम से समीकरण साधेगा झामुमो, कल्पना सोरेन लेंगी संगठन की जवाबदेही :

झामुमो बैद्यनाथ राम को कैबिनेट में शामिल कर जातीय समीकरण साधना चाहता है. इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव में मिले समर्थन के बाद दलित वोटरों को गोलबंद करना चाहता है. इसी रणनीति के तहत बैद्यनाथ राम को मौका दिया जा रहा है. वहीं, गांडेय विधायक कल्पना सोरेन संगठन में जवाबदेही निभाना चाहतीं हैं. आनेवाले विधानसभा में उनकी भूमिका पार्टी स्टार प्रचारक और संगठन में होगी.

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