Loading election data...

झारखंड में गवर्नर-CM के कफिले में शामिल की जाएंगी नयी बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ियां, जानें किन किन लोगों को मिलेगी ये सुविधाएं

Jharkhand Governor CM: झारखंड में राज्यपाल और सीएम की सुरक्षा के लिए दो-दो बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ियां शामिल की जाएंगी. ये सुविधाएं वीवीआइपी नेता या राज्य के वैसे नेता को दी जाएंगी जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से दी जाती हैं.

By Sameer Oraon | September 8, 2024 8:39 AM

रांची : झारखंड में अब राज्यपाल और सीएम (Jharkhand governor cm) के काफिले में सुरक्षा की दृष्टि से नयी बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ियां शामिल की जायेंगी. काफिले में दो-दो गाड़ियां शामिल होंगी. वहीं राज्य में राष्ट्रपति के आगमन पर उनके भ्रमण के दौरान यह सुविधा मिलेगी. वीवीआइपी नेता या राज्य के वैसे नेता, जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से बुलेटप्रूफ गाड़ियां दी जाती हैं, उन्हें ये गाड़ियां दी जायेंगी. इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी गयी है. अहमदाबाद से पांच नयी बुलेटप्रूफ गाड़ियां तैयार होकर झारखंड आ गयी हैं. वहीं 12 अन्य बुलेटप्रूफ गाड़ियां भी तैयार हो चुकी हैं, जिन्हें अहमदाबाद से भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

रेंज स्तर पर सुरक्षित रखी जायेंगी गाड़ियां :

कुछ गाड़ियों को रेंज स्तर पर सुरक्षित रखा जायेगा, ताकि विशेष परिस्थिति में वीवीआइपी के आगमन पर उनका प्रयोग हो सके. राज्य में बुलेटप्रफ गाड़ियों का प्रयोग सुरक्षा की दृष्टि से होता है. पर पूर्व में खरीदी गयी गाड़ियां काफी पुरानी हो चुकी थीं. इनका अधिक उपयोग नहीं हो रहा था. इस कारण पुलिस मुख्यालय के स्तर से 17 नयी फॉर्च्यूनर गाड़ियों को खरीद कर बुलेटप्रूफ बनाने के लिए अहमदाबाद भेजा गया था. अहमदाबाद में गाड़ियों के तैयार होने के बाद इनकी जांच के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय के स्तर से पुलिस अधिकारियों की टीम वहां भेजी गयी थी. टीम द्वारा क्लियरेंस प्रदान करने के बाद वहां से गाड़ियों के आने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.

आइपीएस अधिकारियों के लिए 20 स्कॉर्पियो की खरीदारी

झारखंड में आइपीएस अधिकारियों के लिए पुलिस मुख्यालय ने 20 नयी स्कॉर्पियो की खरीदारी की है. सबकी डिलिवरी पुलिस मुख्यालय को कर दी गयी है. ये स्कॉर्पियो को एसपी के अलावा उन आइपीएस अधिकारियों को दिये जायेंगे, जिनकी गाड़ियां कंडम हो चुकी हैं. मिली जानकारी के अनुसार, आइपीएस अधिकारियों के लिए 2012-14 के बीच स्कॉर्पियो गाड़ी की खरीदारी हुई थी, उसके बाद कोई खरीदारी नहीं हुई थी.

Also Read: झारखंड में बच्चियों और महिलाओं पर कितना खर्च करती है सरकार, सबसे अधिक राशि मंईयां योजना पर

Next Article

Exit mobile version