Ranchi : झारखंड को मैन्यूफैक्चरिंग हब यानी उत्पादन का केंद्र बनाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए ईमानदार कोशिश करनी होगी. फायदा यह होगा कि यह उपभोक्ता से उत्पादक राज्य बन सकता है. झारखंड में मैनपावर की कमी नहीं है. ये बातें राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शनिवार को कहीं. श्री राधाकृष्णन झारखंड चेंबर और जीएस मार्केटिंग एसोसिएट्स के संयुक्त तत्वावधान में मोरहाबादी मैदान में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल मेगा ट्रेड फेयर के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने उद्यमियों से अपील की कि वह स्टार्टअप शुरू करें, ताकि यहां के लोगों को रोजगार मिल सके. ट्रेड फेयर मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग का संगम है. सांस्कृतिक विरासत एवं प्रगतिशील अर्थव्यवस्था का मिश्रण झारखंड राज्य दुनिया भर के निवेशकों के लिए एक आदर्श स्थान है. इससे यहां के उद्योग फलेंगे-फूलेंगे और रोजगार के द्वार खुलेंगे.
अन्य जगहों पर भी आयोजन के लिए जगह दी जाये
चेंबर के अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि रांची में मोरहाबादी मैदान की तर्ज पर अन्य जगहों पर भी आयोजन के लिए जगह दी जाये. यह फेयर राज्य के आर्थिक विकास में सहायक साबित होगा. जीएस मार्केटिंग एसोसिएट्स की सीइओ सुपर्णा दत्ता गुप्ता ने कहा कि फेयर में प्रवेश का शुल्क 30 रुपये है. दोपहर एक बजे से रात नौ बजे तक लोग यहां खरीदारी कर सकेंगे.
Also Read: झारखंड के इन 19 जिलों में 1 मई से JSBCL बेचेगा शराब, जानें क्या होगा बदलाव
वाताकूलित हैंगर में लगाये गये हैं स्टॉल
हैंगर पूरी तरह वातानुकूलित हैं. कुल नौ हैंगर में होम एंड डेकोर, रियल एस्टेट, फर्नीचर, इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, फर्नीचर, उद्योग सहित विभिन्न उत्पादों के स्टॉल लगाये गये हैं. यहंा थाईलैंड, बांग्लादेश, म्यांनमार, इजिप्ट, अफगानिस्तान सहित नौ देशों के व्यापारियों ने स्टॉल लगाये हैं. 3,000 रुपये से अधिक की खरीदारी पर हर ग्राहक को निश्चित उपहार दिया जा रहा है. मौके पर आदित्य मल्होत्रा, पवन शर्मा, प्रवीण जैन छाबड़ा आदि मौजूद थे.