झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि यदि आप स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित नहीं हुए तो आपको कोई प्रेरित नहीं कर सकता. आज के युवा लक्ष्य तय नहीं कर पाते, जबकि सफल होने के लिए सबसे पहले लक्ष्य तय करना और उसके लिए कठिन परिश्रम की जरूरत को समझना होगा. हम धर्म के नाम पर लड़ते हैं, पर हर धर्म एक है. ईश्वर एक ही है. राज्यपाल शुक्रवार को मोरहाबादी स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम में आयोजित 53वीं वार्षिक प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि धार्मिक विचारधारा इंसान के जीवन को सार्थक बनाती है. धर्म का ज्ञान ही सर्वशिक्षा को पूरा करता है. हम सभी लोकतांत्रिक देश में रहते हैं. ऐसे में दूसरों की भावना, आस्था और विश्वास को आहत करने का हक नहीं है.
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद के संदेश व विचारों से प्रेरणा लेने की बात कही. विद्यार्थियों को शिक्षित होने के साथ-साथ किसी एक व्यक्ति को आदर्श बनाने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि इससे लक्ष्य प्राप्ति के लिए निडर होकर आगे बढ़ सकेंगे. खुद में विश्वास रखें और सकारात्मक चिंतन के साथ सही दिशा का चुनाव करें. लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपने कर्म में ईमानदार कोशिश करें.
आश्रम के सचिव स्वामी भावेशानंद महाराज ने विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा, कौशल शिक्षा और नैतिक शिक्षा के साथ जीवन में बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि देश के युवा शिक्षा बल, बाहुबल और आत्मबल के साथ हर लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं. इस अवसर पर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया. इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए अपराजिता, अमित कुमार, विक्रम कुमार, लावण्या अत्रि, आकृति मिश्रा और शुभम राय को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सम्मानित किया. बेस्ट स्कूल का अवार्ड जेवीएम श्यामली को मिला. इस अवसर पर सीसीएल के डायरेक्टर पर्सनल हर्षनाथ मिश्रा, बीआइटी मेसरा के वीसी डॉ इंद्रनील मन्ना, डीएवी ग्रुप के एमके सिन्हा, शैलेंद्र कुमार, प्रो रंजीत सिंह आदि मौजूद थे.
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