आज लौटेंगे झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस, UPA को फैसले का इंतजार, राजभवन पर टिकी सबकी निगाहें
गुरुवार को झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस दिल्ली से रांची आ रहे हैं. इसके साथ ही UPA की निगाहें राजभवन की ओर टिक गयी है. सभी फैसले के इंतजार में हैं. सीएम हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में राज्यपाल का आदेश आना है.
Jharkhand News: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस गुरुवार को दिल्ली से रांची लौटेंगे. वह दो सितंबर को दिल्ली गये थे. पूरे राज्य की निगाहें राजभवन की ओर है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में राज्यपाल का आदेश आना है. भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल को अपना परामर्श भेज दिया है. इधर, सरकार से लेकर यूपीए गठबंधन में शामिल दल लगातार राज्यपाल से फैसला सुनाने का आग्रह कर रहा है.
राज्यपाल से मिला था यूपीए का एक प्रतिनिधिमंडल
यूपीए का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों राज्यपाल से मिला था और जल्द फैसला सुनाने का आग्रह किया था़, ताकि राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता दूर हो सके. JMM के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी प्रेस काॅफ्रेंस कर कहा था कि जो भी फैसला हो राज्यपाल बतायें, हम जवाब देने के लिए तैयार हैं.
विलंब क्यों कर रहे हैं, दो दिन कहा, सात दिन गुजर गये : बंधु
बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि आखिर राज्यपाल विलंब क्यों कर रहे हैं. ऐसा होने से राज्य में खरीद फरोख्त की आशंका बढ़ती है. एक सितंबर को राज्यपाल से यूपीए का प्रतिनिधिमंडल मिला था, तब राज्यपाल ने कहा था उन्हे आयोग का पत्र प्राप्त हुआ है, एक दो दिनों के अंदर इस मामले में निर्णय लेकर वह अपना मंतव्य आयोग को भेज देंगे. लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं आया.
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हेमंत ने विश्वासमत भी हासिल किया, खरीद-फरोख्त का लगाया आरोप
बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच राज्य सरकार ने खुद पहल कर पांच सितंबर को विश्वासत मत हासिल किया. मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि राज्य में खरीद-फरोख्त का माहौल बनाया जा रहा है. उनके सरकार के खिलाफ साजिश हो रही है. राज्यपाल पूरे मामले में देरी कर रहे हैं.