रांची : झारखंड सरकार द्वारा राज्य के मेधावी छात्राओं को राज्य से बाहर व राज्य के तकनीकी शिक्षण संस्थानों में अध्ययन कर रही छात्राओं को प्रोत्साहन राशि देने की योजना लागू की गयी है. इसके तहत छात्राओं को 15 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक की राशि दी जायेगी. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में गाइडलाइन तैयार किया गया है. इसके तहत राशि उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (जेयूटी) को दी गयी है. जेयूटी के माध्यम से लाभुक छात्राओं को प्रोत्साहन राशि सीधे उनके बचत खाता में जमा की जायेगी.
जेयूटी द्वारा ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से छात्राओं के आवेदन की स्वीकृति एवं आर्थिक प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जायेगा. इस योजना का लाभ वैसी छात्रा को मिलेगा. जिनके परिवार का पिछले वर्ष में सभी प्रकार के आय के स्रोतों को मिलाकर वार्षिक आय अधिकतम आठ लाख रुपये प्रतिवर्ष हो. योजना का लाभ शैक्षणिक सत्र 2021-22 में नामांकन लेनेवाली छात्राओं को मिलेगा. वैसे छात्राओं को भी इसका लाभ मिलेगा, तो योजना लागू होने के पूर्व से अध्ययनरत हैं और शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से अपने शेष पाठ्यक्रम पूरा कर रही हैं.
इस योजना के तहत एक लाख रुपये झारखंड की उन छात्राओं को मिलेंगे, जो राज्य से बाहर या राज्य में अवस्थित तकनीकी संस्थानों से नियमित रूप से स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएचडी स्तर के कोर्स कर रही हैं. राशि चयनित छात्रा को उनके निर्धारित कोर्स अवधि तक के लिए लगातार मिलती रहेगी. इस मद में अनुमानित 150 छात्राओं पर प्रति वर्ष 1.50 करोड़ व्यय होने की संभावना है.
इसके अलावा झारखंड राज्य में अवस्थित सरकार द्वारा वित्त पोषित संस्थानों या एनआइआरएफ रैंकिंग के 51 से 100 तक रैकिंग प्राप्त संस्थानों से स्नातक, स्नातकोत्तर या पीएचडी स्तर के तकनीकी कोर्स में नयिमित रूप से अध्ययनरत यहां की छात्राओं को प्रत्येक वर्ष 50 हजार रुपये मिलेंगे. यह प्रोत्साहन राशि 200 छात्राओं को प्रतिवर्ष दी जायेगी. राजकीय डिप्लोमा स्तरीय तकनीकी शिक्षण संस्थानों या राज्य में अवस्थित वित्त पोषित डिप्लोमा स्तरीय तकनीकी संस्थानों की छात्राअों को प्रति वर्ष 15 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.
Posted By : Sameer Oraon