झारखंड सरकार चालू वित्त वर्ष में 29,352 करोड़ किये खर्च, जानें किस विभाग में कितने

झारखंड सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान विकास योजनाओं पर 29,352 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. जो कि लक्ष्य के मुकाबले कम है. यह खर्च के लिए निर्धारित राशि का 64.01 प्रतिशत है

By Prabhat Khabar News Desk | March 9, 2022 10:37 AM

रांची: सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान विकास योजनाओं पर फरवरी महीने तक कुल 29,352 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. खर्च की गयी यह रकम विकास योजनाओं के लिए किये गये बजट प्रावधान का 55.03 प्रतिशत है. सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान विकास योजनाओं पर कुल 53333.66 करोड़ रुपये के खर्च का बजटीय प्रावधान किया है. विकास योजनाओं के लिए निर्धारित राशि में केंद्रीय योजनाओं की राशि भी शामिल है.

लक्ष्य के मुकाबले कम खर्च :

सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से कृषि, पशुपालन,डेयरी, फिशरी और सहकारिता के क्षेत्र में कुल 3584.17 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया था. इसके मुकाबले इन सभी क्षेत्रों में कुल 2021.13 करोड़ रुपये खर्च हुए हैंं, जो निर्धारित राशि का 56.39%है.

भवन निर्माण विभाग ने भी लक्ष्य के मुकाबले 36.85% राशि खर्च की है. ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेवार पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने सिर्फ 868.87 करोड़ रुपये की खर्च करने में सफलता पायी है. खर्च की गयी रकम निर्धारित राशि के मुकाबले 27.38% ही है.

ऊर्जा विभाग ने लक्ष्य के मुकाबले 87.13% राशि खर्च की है. सरकार ने उच्च एवं तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास की योजनाओं पर खर्च करने के लिए 755 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया था. हालांकि इसमें से सिर्फ 483.35 करोड़ रुपये ही खर्च करने में सफलता मिली है.

यह खर्च के लिए निर्धारित राशि का 64.01 प्रतिशत है

ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में 44.42 % राशि ही हुई खर्च : बजट में ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के उद्देश्य से ग्रामी‌ण विकास,पंचायती राज और आरइओ के लिए कुल 12069.78 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.

इसके मुकाबले 44.42 प्रतिशत राशि ही खर्च की जा सकी है. शहरी क्षेत्र के विकास के लिए निर्धारित राशि में से 47.68 प्रतिशत राशि खर्च करने में कामयाबी मिली है. एसटी,एससी,ओबीसी और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने 51.48 प्रतिशत और महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने बजटीय प्रावधान के मुकाबले 65.81 प्रतिशत राशि खर्च की है.

Posted By: Sameer Oraon

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