Jharkhand: एचइसी और जेएससीए करेंगे सुलह, 25 जून को समझौता संभव
एचइसी व जेएससीए स्टेडियम प्रबंधन के बीच विवाद अब अदालत के बाहर सुलझाया जायेगा. इसके लिए दोनों पक्षों में सहमति बन गयी है. एचइसी के अधिकारी ने बताया कि प्रथम दौर की वार्ता के बाद दोनों की ओर से तीन-तीन सदस्यों की टीम बनायी गयी. समझौता 25 जून को होगा.
राजेश झा
Jharkhand News : एचइसी व जेएससीए स्टेडियम प्रबंधन के बीच विवाद अब अदालत के बाहर सुलझाया जायेगा. इसके लिए दोनों पक्षों में सहमति बन गयी है. एचइसी के अधिकारी ने बताया कि प्रथम दौर की वार्ता के बाद दोनों की ओर से तीन-तीन सदस्यों की टीम बनायी गयी. कमेटी ने विवाद के हर पहलू पर विचार किया और निर्णय लिया है कि पहले हुए समझौते को लागू किया जायेगा. इसी के तहत जेएससीए ने एचइसी को बकाया 1.25 करोड़ रुपये भुगतान किया है. वहीं, अधिकारी ने बताया कि सब कुछ सही रहा, तो संभवत: 25 जून को एचइसी और जेएससीए के अधिकारी इस नये समझौते के मसौदे पर हस्ताक्षर करेंगे.
सात वर्ष पुराना है विवाद
मालूम हो कि सात वर्ष पूर्व एचइसी व जेएससीए के बीच विवाद हुआ था. एचइसी का आरोप था कि जेएससीए लीज एग्रीमेंट की शर्तों का उल्लंघन कर रहा है. इसके बाद एचइसी प्रबंधन ने पीपी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था और जेएससीए को जमीन खाली करने का आदेश दिया था. इसे जेएससीए की ओर से हाइकोर्ट में चुनौती दी गयी थी. इसके बाद से यह मामला हाइकोर्ट में चल रहा है.
एचइसी पर इन शर्तों के उल्लंघन का था आरोप
एचइसी प्रबंधन ने आरोप लगाया था कि जेएससीए ने टिकट बिक्री की जानकारी छिपायी. शर्त के अनुसार, टिकट से आय का पांच फीसदी हिस्सा एचइसी को देना था. दूसरा आरोप था कि एचइसी ने स्टेडियम के साथ कार्यालय और दुकान बनाने की शर्त पर जमीन दी थी, लेकिन जेएससीए प्रबंधन ने स्टेडियम के अंदर क्लब व रेस्टोरेंट को मनोरंजन शो और शादी-विवाह के लिए किराये पर दिया. तीसरा आरोप लोगो नहीं लगाने का था. शर्त के अनुसार, स्टेडियम के चारों ओर एचइसी का लोगो लगाना था, पर नहीं लगा. जब नोटिस भेजी गयी, तो स्टेडियम के गेट पर छोटा सा लोगो लगा दिया गया. जेएससीए को वार्षिक रिपोर्ट में एचइसी के सीएमडी का फोटो लगाना था, लेकिन नहीं लगा. चौथा आरोप टिकट भी सबसे पीछेवाली गैलरी का देने का था.
क्या कहते हैं अधिकारी
एचइसी के साथ समझौते पर बातचीत चल रही है. इस मामले पर दोनों पक्ष एक-दूसरे को सहयोग कर रहे हैं. एचइसी की ओर से बकाये की सूची भी दे दी गयी है. हम जल्द ही किसी सकारात्मक नतीजे पर पहुंचेंगे.
देवाशीष चक्रवर्ती, सचिव जेएससीए