रिम्स में 2018 में हड़ताल के दौरान 28 मरीजों की मौत होने के मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. हाइकोर्ट के निर्देश पर सेवानिवृत्त न्यायधीश जांच कर रहे हैं. तीन दिन पहले सेवानिवृत्त न्यायाधीश एसके दुबे रिम्स पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी ली. रिम्स के लीगल सेल से हड़ताल के दौरान के सभी दस्तावेज को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
लीगल सेल ने एमआरडी (मेडिकल रिकॉर्ड डिपार्टमेंट) द्वारा उपलब्ध कराये गये मौत के आंकड़ों की सूची तैयार करा ली है. मौत की पूरी सूची और दस्तावेज उपलब्ध कराये जायेंगे. ज्ञात हो कि वर्ष 2018 में रिम्स में भर्ती मरीज और उनके परिजनों के बीच विवाद हो गया था. इसके बाद जूनियर डॉक्टर और नर्सों ने हड़ताल कर दी थी. हड़ताल का असर यह हुआ था कि उस दिन 28 मरीजों की मौत हो गयी थी.
इस पूरे मामले में पुलिस ने जूनियर डॉक्टरों और नर्सों पर प्राथमिकी दर्ज की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पायी थी. इसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा था, जिसमें कोर्ट ने पूछा था कि सरकार ने इस पूरे मामले में दोषियों पर क्या कार्रवाई की. इसके बाद जांच कराने का आदेश कोर्ट द्वारा दिया गया.