Physical hearing in jharkhand High Court, Jharkhand high court case listening रांची : कोरोना वायरस संक्रमण के समय नाै माह बाद प्रयोग के ताैर पर पहली बार सोमवार को झारखंड हाइकोर्ट में 10 मामलों की आमने-सामने (फिजिकली) सुनवाई हुई. ठीक 11 बजे नियत समय पर जस्टिस एचसी मिश्र व जस्टिस राजेश कुमार की खंडपीठ (कोर्ट नंबर-तीन) बैठी. न्यायाधीश मास्क व ग्लब्स पहने हुए थे. अदालत कक्ष में न्यायाधीशों के सामने लगभग चार फीट ऊंचा शीशा लगा हुआ है, ताकि वायरस नहीं पहुंच सके. इसके बाद कोर्ट मास्टर बैठे. फिर शीशे की दीवार लगायी गयी है, जिसके बाद संबंधित पक्षों के अधिवक्ता उपस्थित रहे.
उनके बीच भी शीशे से पार्टिशन की गयी है. माइक व डेस्क टॉप लगे हुए थे. अदालत कक्ष में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जा रहा था. इसका पालन कोर्ट मास्टर भी कर रहे थे. अपीलकर्ता नाैशाद आलम का केस कॉल होता है. मास्क पहने व सेनिटाइज होने के बाद संबंधित अधिवक्ता अदालत कक्ष में दाखिल होते हैं. यह सिलसिला लगभग 15 मिनटों तक चलता है. 10 केस कॉल होता है. एक केस पास अोवर हो जाता है. झारखंड हाइकोर्ट में नौ महीने बाद कोर्ट मामलों की हुई सुनवाई होने से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
खंडपीठ कई केस को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लेती है. एलसीआर प्रस्तुत करने का निर्देश मिलता है. राज्य सरकार की अोर से अधिवक्ता शेखर सिन्हा उपस्थित थे. पैरवी कर रहे थे. इससे पहले अपने साथ लाये गये केस की फाइल व कागजातों को पहले सेनिटाइज कराते हैं, तब जाकर अदालत कक्ष में प्रवेश करते हैं.
जिनके केस थे उन्हें बारी-बारी से अदालत कक्ष में प्रवेश मिला. अधिवक्ताअों को अदालत कक्ष में फाइल ले जाने के पूर्व उसे कोर्ट ऑफिसर से सेनिटाइज करवाना पड़ रहा था. अदालत कक्ष में जस्टिस के बैठने के स्थान से पैरवी करनेवाले अधिवक्ता तक शीशा का दो लेयर लगा हुआ था. गेट पर रखे गये सेनिटाइजेशन मशीन से सेनिटाइज होने बाद ही अधिवक्ता अदालत कक्ष में प्रवेश कर रहे थे. आमने-सामने सुनवाई के बाद अदालत कक्ष से ही खंडपीठ ने मामलों की वर्चुअल सुनवाई शुरू कर दी.
Posted By : Sameer Oraon