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झारखंड में गलत नियम की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित, जिस हाइस्कूल में 40 छात्र वहां एक ही शिक्षक

झारखंड के हाईस्कूलों में अब शिक्षक का पद विषय के आधार पर सृजित किया गया. इस नियम के मुताबिक अगर किसी स्कूल में 10 शिक्षक हैं वहां 1 ही शिक्षक की नियुक्ति होगी.

रांची: राज्य के हाइस्कूलों में शिक्षकों का पद विषय के अनुरूप सृजित किया गया है. विद्यालय में छात्र संख्या के अनुरूप नहीं, बल्कि विषय के आधार पर शिक्षक की नियुक्ति होती है. लेकिन अब विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुरूप शिक्षकों का पदस्थापन किया जायेगा. रांची के डीइओ कार्यालय द्वारा शिक्षकों के पदस्थापन की तैयारी शुरू की गयी है. कार्यालय द्वारा 40 छात्र पर एक शिक्षक के पदस्थापन के नियम के आधार पर स्कूलों में शिक्षकों की लिस्ट जारी की गयी है.

इस पर आपत्ति मांगी गयी है. जिन विद्यालयों में 40 या उससे कम विद्यार्थी नामांकित हैं, उनमें मात्र एक शिक्षक की आवश्यकता बतायी गयी है. ऐसे में विद्यालय में एक शिक्षक ही गणित, विज्ञान, संस्कृत, हिंदी और सामाजिक विज्ञान की कक्षा लेेंगे. विद्यालय में अगर संस्कृत के शिक्षक शेष रह गये हों, तो वही सभी विषय पढ़ायेंगे. विद्यालय में अगर 80 विद्यार्थी तक नामांकित हैं, तो उसमें दो शिक्षकों का पदस्थापन होगा. ऐसे में अगर किसी विद्यालय में न्यूनतम 200 विद्यार्थी हैं, तभी उसमें पांच विषय के शिक्षक होंगे.

70 स्कूल में ही पांच या उससे अधिक शिक्षक होंगे

जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार, रांची जिले के 139 हाइस्कूल में से मात्र 70 स्कूल में ही पांच या उससे अधिक शिक्षक के पदस्थापन की आवश्यकता है. एक ओर मैट्रिक में छह विषय की परीक्षा ली जाती है. इनमें एक अतिरिक्त विषय शामिल हैं. परीक्षा तो छह विषय की ली जाती है, पर शिक्षक छात्र के अनुपात में दिया जा रहा है. हाइस्कूल में छात्र संख्या के अनुरूप नहीं, बल्कि विषय के अनुरूप पद सृजित हैं, नियुक्ति भी इसी आधार पर होती है. इसके बाद भी शिक्षकों का पदस्थापन छात्र संख्या के अनुरूप किया जा रहा है.

कम से कम 240 विद्यार्थी होने पर ही रहेंगे सभी छह विषयों के शिक्षक

रांची जिले के 15 हाइस्कूल में एक, तो 20 विद्यालय में मात्र दो शिक्षक रहेंगे

नियमानुसार हाइस्कूलों में विषय के आधार पर होनी चाहिए शिक्षकों की नियुक्ति

क्या कहते हैं डीइओ

विभाग के निर्देश के अनुरूप हाइस्कूल में छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों के पदस्थापन की लिस्ट जारी की गयी है. इस पर आपत्ति मांगी गयी है. इसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.

कमला सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी

सेठ सीताराम हाइस्कूल डोरंडा

विद्यालय में शिक्षकों के कुल 17 पद सृजित हैं. वर्तमान में 46 विद्यार्थी नामांकित हैं. जबकि चार शिक्षक कार्यरत हैं. अब विद्यार्थियों की संख्या कम होने से तीन शिक्षकों को सरप्लस बताया गया है. विद्यालय से इतिहास, अर्थशास्त्र व अंग्रेजी के शिक्षक को हटाया जायेगा. अब स्कूल में मात्र संस्कृत के शिक्षक रहेंगे.

अपग्रेड हाइस्कूल तराइ तमाड़

विद्यालय में शिक्षकों के 13 पद सृजित हैं. 47 विद्यार्थी नामांकित हैं. कार्यरत तीन शिक्षक में से दो शिक्षक को सरप्लस बताया गया है. विद्यालय में पहले से ही शिक्षकों की कमी थी और अब अर्थशास्त्र व पंचपरगनिया विषय के शिक्षक को हटाया जायेगा

273 शिक्षक अधिक बताये गये

छात्र के अनुपात में शिक्षक के पदस्थापन को लेकर तैयार लिस्ट में 273 शिक्षकों को सरप्लस बताया गया है. इन विद्यालयों के शिक्षकों को वैसे विद्यालयों में पदस्थापित किया जायेगा, जहां छात्र संख्या के अनुरूप इनकी आवश्यकता है. अधिक छात्र संख्यावाले स्कूलों में अगर पूर्व से किसी विषय के शिक्षक हैं, तो भी उन विद्यालयों में इनका पदस्थापन करने की तैयारी है.

शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने में लगा विभाग : संघ

झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष यशवंत विजय ने कहा है कि शिक्षा विभाग पूरी व्यवस्था को चौपट करने में लगा है. हाइस्कूल में छात्र अनुपात में शिक्षक के पदस्थापन से विद्यालयों में पढ़ाई ठप हो जायेगी. विद्यालय बंद हो जायेगा. एक शिक्षक के भरोसे कैसे हाइस्कूल का संचालन किया जा सकता है. हाइस्कूल में कक्षा अाठवीं, नौवीं व 10वीं के विद्यार्थी नामांकित हैं. एक-दो शिक्षक कैसे विद्यालय का संचालन कर सकते हैं.

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