झारखंड के हाई स्कूल में नवनियुक्त आधे शिक्षकों के प्रमाण पत्र का नहीं हुआ सत्यापन
झारखंड के आठ जिलों के द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए संबंधित विश्वविद्यालय को भेजा गया या नहीं, इसकी भी जानकारी नहीं दी गयी है.
रांची : राज्य के हाइस्कूलों में इस वर्ष मई में 3469 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. नियुक्ति के चार माह बाद भी अब तक वेतन भुगतान नहीं हुआ है. शिक्षकों का प्रमाण पत्र सत्यापन नहीं होने के कारण वेतन भुगतान भी नहीं हुआ है. अब तक लगभग आधे शिक्षकों के प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हुआ है. शिक्षकों के मैट्रिक से लेकर स्नातक व शिक्षक प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का सत्यापन होना है. इसके अलावा आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के जाति व आवासीय प्रमाण पत्र का भी सत्यापन होगा. विभाग द्वारा शिक्षकों के प्रमाण पत्र सत्यापन को लेकर जिलों से जानकारी मांगी गयी थी.
जिलों द्वारा दी गयी रिपोर्ट के अनुसार अभी तक लगभग आधे शिक्षकों के प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हुआ है. कुछ जिलों में तो अब तक सभी शिक्षकों का प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजा भी नहीं गया है. मैट्रिक, इंटर व स्नातक के प्रमाण पत्रों की तुलना में शिक्षक प्रशिक्षण प्रमाण पत्र व जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्रों के सत्यापन की स्थिति ज्यादा खराब है. राज्य के आठ जिलों के द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए संबंधित विश्वविद्यालय को भेजा गया या नहीं, इसकी भी जानकारी नहीं दी गयी है. रांची, सिमडेगा, रामगढ़, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, गढ़वा, लातेहार व पूर्वी सिंहभूम में बीएड का प्रमाण पत्र या फिर जाति / आवासीय प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजा ही नहीं गया है.
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शपथ पत्र के आधार पर वेतन भुगतान की मांग :
झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ ने नव नियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान की मांग की है. संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष यशवंत विजय ने कहा है कि प्रमाण पत्र सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने तक शिक्षकों को शपथ पत्र के आधार पर वेतन का भुगतान किया जाये. उन्होंने कहा है कि पूर्व में भी शपथ पत्र के आधार पर शिक्षकों को वेतन का भुगतान किया गया है.