PHOTOS: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम

Jharkhand Women's Asian Champions Trophy-2023: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी-2023 में लोगों में हॉकी की दीवानगी देखी गई. करीब सात हजार दर्शकों की क्षमतावाले एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम में 10 हजार दर्शक पहुंच गये. स्टेडियम के बाहर करीब 20 हजार दर्शकों की जुट गयी भीड़.

By Prabhat Khabar News Desk | November 6, 2023 11:13 AM
undefined
Photos: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम 8

जयपाल सिंह, सिलवानुस डुंगडुंग, मनोहर टोपनो जैसे हॉकी खिलाड़ी देनेवाले झारखंड की धरती पर रविवार को अंतरराष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता (झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी-2023) का खुमार दिखा. खेल प्रेमी सलीमा, निक्की, संगीता, ब्यूटी और देश का नेतृत्व कर रही अन्य भारतीय खिलाड़ियों को खेलते देखना चाह रहे थे. अब तक एक भी मैच नहीं हारने वाली भारतीय टीम का हौसला बढ़ाना चाह रहे थे.

Photos: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम 9

हॉकी से प्यार करने वाले लोगों की दीवानगी ऐसी रही कि पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. दर्शकों को समझाने के लिए माइक से अनाउंस किया जा रहा था. समझाने की कोशिश की गयी कि स्टेडियम भर गया है. करीब सात हजार दर्शकों की क्षमता वाले मोरहाबादी मैदान स्थित एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम में 10 हजार से अधिक दर्शक प्रवेश कर गये. वहीं मैदान के बाहर करीब 20 हजार लोगों की भीड़. मैदान परिसर में लंबी कतार थी. प्रत्येक चेहरे पर हॉकी की दीवानगी साफ झलक रही थी. इससे पहले कोल इंडिया हॉकी प्रीमियर लीग में भी खेल प्रेमियों की दीवानगी दिखी थी.

Photos: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम 10

दोपहर से ही लगने लगी थी दर्शकों की कतार

राज्य में पहली बार एशियन वीमेंस कप हॉकी का आयोजन किया गया़ छह देशों की टीमाें ने दमखम दिखाया़ रविवार को फाइनल मैच था. इसके पहले तीसरे और चौथे स्थान के लिए मुकाबला. दोनों मैचों को लेकर दर्शकों में गजब का उत्साह था. इससे पहले के मुकाबले में दर्शकों को आसानी से स्टेडियम में प्रवेश मिल जा रहा था, लेकिन फाइनल आते-आते स्थिति बदल गयी. अंतिम दिन मैच शुरू होने से पहले ही प्रवेश द्वार बंद कर दिये गये. शाम छह बजे से शुरू तीसरे और चौथे स्थान के मैच के लिए दर्शकों की कतार दोपहर से ही लगनी शुरू हो गयी थी. मैच से आधे घंटे प्रवेश द्वार खुला, जो थोड़ी देर में ही बंद कर दिया गया. यही कतार बाद के मैच के लिए खड़ी रह गयी.

Photos: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम 11

फेस पेंटिंग का क्रेज

मैच देखने आने वाले बच्चे और बुजुर्गों में फेस पेंटिंग का भी क्रेज दिखा. स्टेडियम से बाहर और मोरहाबादी मैदान में फेस पर तिरंगा बनाने का 20 रुपये तक लिया जा रहा था. भारत के तिरंगे की भी जमकर बिक्री हुई. दर्शक हाथों में तिरंगा लेकर मैच देखने पहुंच रहे थे. हर कोई मैच के लिए रोमांचित था.

Photos: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम 12

स्क्रीन पर भी मैच का उठाया लुत्फ

स्टेडियम में प्रवेश नहीं मिलने से वंचित दर्शकों ने स्क्रीन पर हॉकी मुकाबले का लुत्फ उठाया. मोरहाबादी मैदान में चारों ओर लगी स्क्रीन पर मैच का सीधा प्रसारण किया किया गया. शाम ढलते ही स्क्रीन पर मैच देखने का का अलग ही मजा मिल रहा है. कई दर्शक खाने-पीने के सामान के साथ मैच देख रहे थे. कई दर्शक तो झंडा फहराने के लिए बने मंच पर बैठकर मैच देखते नजर आये.

Photos: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम 13

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

फाइनल मैच में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. चारों तरफ बैरिकेडिंग की गयी थी. निर्धारित स्थानों पर ही वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था थी. इसमें कोई कोताही नहीं बरतने दी जा रही थी. मोरहाबादी मैदान की ओर से तीन प्रवेश द्वार बनाये गये थे. एक प्रवेश द्वार (गेट नंबर-1) से वीआइपी इंट्री थी. वहीं गेट नंबर दो से पास वालों के इंट्री की व्यवस्था की गयी थी. एक गेट से आम लोगों के प्रवेश की व्यवस्था की गयी थी. सुरक्षा में कई डीएसपी को लगाया गया था. अनाधिकृत लोगों के प्रवेश को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किया गया था.

Photos: झारखंड वीमेंस एशियन चैंपियनशिप में दिखी हॉकी की दीवानगी, देखें क्या हुआ जब जुनून के साथ उमड़ा हुजूम 14

खिलाड़ियों के परिजनों ने भी लिया मैच का मजा

भारतीय टीम की खिलाड़ियों के परिजनों ने भी मैच का लुत्फ उठाया. परिजनों को बैठाने के लिए वीआइपी पास की व्यवस्था थी. कई पूर्व खिलाड़ी भी अपने परिवार के साथ मैच देखने आये थे. वीआइपी बॉक्स में खिलाड़ियों के परिजनों की बैठने की व्यवस्था की गयी थी. यहीं पर कई विदेशी खिलाड़ी और उनके साथी मैच का मजा ले रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version