झारखंड : हॉस्पिटल में पार्किंग को लेकर रांची ट्रैफिक एसपी ने आइजी को भेजी गलत रिपोर्ट
राजधानी रांची के कई अस्पतालों में अंडरग्राउंड पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. ‘प्रभात खबर’ की पड़ताल में ट्रैफिक एसपी की रिपोर्ट और अस्पतालों की अंडरग्राउंड पार्किंग की वस्तुस्थिति में अंतर पाया गया है.
रांची : राजधानी रांची के निजी अस्पतालों में पार्किंग की उपलब्धता को लेकर रांची के ट्रैफिक एसपी कैलाश करमाली ने दक्षिणी छोटानागपुर प्रक्षेत्र के आइजी अखिलेश झा को गलत रिपोर्ट भेजी है. ‘प्रभात खबर’ की टीम ने ट्रैफिक एसपी की रिपोर्ट में उल्लिखित अस्पतालों का मौका-मुआयना किया. इसमें पाया गया कि ट्रैफिक एसपी ने अपनी रिपोर्ट में जिन अस्पतालों में पार्किंग व्यवस्था उपलब्ध होने की बात कही है, वहां पार्किंग एरिया का इस्तेमाल दूसरे कार्यों के लिए किया जा रहा है.
दरअसल, पिछले दिनों मुख्य सचिव एल खियांग्यते ने राजधानी रांची की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये थे. मुख्य सचिव के निर्देशों के अनुपालन को लेकर रांची के ट्रैफिक एसपी ने आइजी को 22 अप्रैल 2024 को एक रिपोर्ट भेजी थी. इसमें बताया गया था कि राजधानी के कई अस्पतालों में अंडरग्राउंड पार्किंग की व्यवस्था है. ‘प्रभात खबर’ की पड़ताल में ट्रैफिक एसपी की रिपोर्ट और अस्पतालों की अंडरग्राउंड पार्किंग की वस्तुस्थिति में अंतर पाया गया.
ट्रैफिक एसपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कोकर स्थित सैमफोर्ड अस्पताल में अंडर ग्राउंड पार्किंग है. जबकि, इस अस्पताल की अंडरग्राउंड पार्किंग में इमरजेंसी सेवा चल रही है. यहां आनेवालों की गाड़ियां अस्पताल के बाहर फुटपाथ और सड़क किनारे पर लगती हैं. रिपोर्ट में उल्लिखित अन्य अस्पतालों का हाल भी रिपोर्ट से इतर है. ट्रैफिक एसपी ने आइजी को भेजी गयी रिपोर्ट में लिखा है कि यह रिपोर्ट उन्होंने पुलिस इंस्पेक्टर सह लालपुर यातायात थाना प्रभारी की सूचना पर तैयार की है.
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सैमफोर्ड अस्पताल : पार्किंग में इमरजेंसी, गाड़ियां सड़क पर
कोकर चौक के समीप स्थित सैमफोर्ड अस्पताल की बेसमेंट में पार्किंग तो है, लेकिन इसमें इमरजेंसी सेवाएं संचालित की जाती हैं. अस्पताल में आनेवाले मरीज और उनके परिजन को अपने वाहन सड़क किनारे ही खड़े करने पड़ते हैं. वर्ष 2019 में नगर निगम की टीम ने इस अस्पताल की जांच की थी. उस दौरान व्यापक गड़बड़ियां पायी गयी थीं, लेकिन फिर मामले को दबा दिया गया.
ऑर्किड अस्पताल : सड़क किनारे ही खड़ी की जाती हैं गाड़ियां
लालपुर-थड़पखना मार्ग स्थित ऑर्किड अस्पताल के बेसमेंट में पार्किंग है. लेकिन किसी मरीज या उनके परिजन को यहां वाहन खड़ा करने की इजाजत नहीं है. जो भी लोग यहां आते हैं, उन्हें वाहन को सीधे सड़क किनारे खड़ा करने के लिए भेज दिया जाता है. नतीजा दिन भर सड़क जाम रहती है. यहां पर एक ट्रैफिक पोस्ट भी है, जिसमें रात-दिन पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, पर लोगों को जाम से निजात नहीं मिल रही है.
सेंटेवीटा अस्पताल : पार्किंग में सिर्फ बाइक, कार सड़क पर
अलबर्ट एक्का चौक के समीप स्थित सेंटेवीटा अस्पताल में भी प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में मरीज और उनके परिजनों पहुंचते हैं. यहां अंडरग्राउंड पार्किंग है, लेकिन इसमें सिर्फ बाइक लगायी जा सकती है. चार पहिया वाहन अस्पताल के बाहर ही लगाये जाते हैं. इस कारण यहां भी सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है.