उद्योग निदेशक और ग्रामीण विकास विभाग में संयुक्त सचिव रमेश घोलप बुधवार को विशेषाधिकार हनन कमेटी के सामने हाजिर हुए. कोडरमा विधायक डॉ नीरा यादव ने श्री घोलप के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की शिकायत की थी. कोडरमा डीसी रहते हुए वह एक बैठक में शामिल नहीं हुए थे. इधर पिछले दो बार कमेटी द्वारा उपस्थित होने के लिए नोटिस दिये जाने के बाद भी आइएएस घोलप हाजिर नहीं हुए थे, तो रांची के एसएसपी को स्पीकर रबींद्र नाथ महतो की ओर से इनकी उपस्थिति सुनिश्चित कराने का पत्र भेजा गया था.
बुधवार को एसएसपी कौशल किशोर ने कमेटी के समक्ष उपस्थित होकर जानकारी दी कि श्री घोलप पहुंच चुके हैं. वहीं आइएएस घोलप ने कमेटी के सामने कहा कि वह स्वयं हाजिर हुए हैं. इससे पूर्व श्री घोलप ने नोटिस के जवाब में कहा था कि वह छुट्टी में हैं और महाराष्ट्र आये हैं. दूसरी नोटिस के बारे में कहा कि उन्हें मिली ही नहीं है. विशेषाधिकार कमेटी के सभापति श्री महतो ने उनका पक्ष सुना. इस मामले में विधायक डॉ नीरा यादव और आइएएस श्री घोलप को लिखित रूप से अपनी बातें रखने के लिए कहा गया है.
डॉ नीरा यादव का कहना था कि कोडरमा डीसी के रूप में घोलप का व्यवहार मर्यादा के अनुरूप नहीं था. उन्होंने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया था. कोरोना महामारी के समय और आनेवाले छठ महापर्व की साफ सफाई को लेकर एक बैठक कोडरमा में आहूत की थी, जिसमें उपायुक्त समेत जिले के वरीय व संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य थी. लेकिन उपायुक्त बैठक में नहीं पहुंचे और कहा कि मैं कोई चपरासी नहीं हूं, जो कि आपकी बात मान लूं. इधर भाजपा विधायक अमित मंडल द्वारा आइपीएस हीरा लाल चौहान के खिलाफ लाये गये विशेषाधिकार हनन के मामले में भी सुनवाई हुई. आइपीएस हीरा लाल चौहान और विधायक श्री मंडल ने अपना पक्ष रखा.