Jharkhand: एयर क्वालिटी में हो सुधार तो रांची के लोगों की 5.4 साल व धनबाद के लोगों की 6.8 साल बढ़ेगी उम्र
झारखंड में एयर क्वालिटी में सुधार कर जीवन प्रत्याशा में बढ़ोत्तरी की जा सकती है. ऐसा किसी गिने-चुने जिले में नहीं बल्कि 24 जिलों में किया जा सकता है. इसके लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स को पीएम 2.5 से कम रखना होगा. यह बात रिसर्च स्टडी से सामने आयी है.
Jharkhand: झारखंड में एयर क्वालिटी में सुधार कर जीवन प्रत्याशा में बढ़ोत्तरी की जा सकती है. ऐसा किसी गिने-चुने जिले में नहीं बल्कि 24 जिलों में किया जा सकता है. इसके लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स को पीएम 2.5 से कम रखना होगा. ऐसा शिकागो की एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट की स्टडी रिपोर्ट कर रही है. अगर एयर क्वालिटी को तय मानक पर रखा जाये तो धनबाद के लोगों की जीवन प्रत्याशा 6.8 साल और रांची के लोगों की जीवन प्रत्याशा 5.4 साल बढ़ाई जा सकती है. यह राज्य और यहां के लोगाें के लिए भी सही है.
एयर क्वालिटी की बात कर लोगों को आकर्षित करना संभव
रिपोर्ट के मुताबिक एयर क्वालिटी लाइफ इंडेक्स जीवन प्रत्याशा के संबंध में पॉल्यूशन के स्तर की बात करता है. इसकी मदद से हर किसी का ध्यान जीवन प्रत्याशा की ओर आकर्षित किया जा सकता है. जीवन प्रत्याशा को लेकर किया गया रिसर्च वर्क सेटेलाइट से प्राप्त डेटा के आधार पर काम करता है. पीएम 2.5 को आधार बनाते हुए जीवन प्रत्याशा का प्लॉट तैयार करता है. स्टडी के मुताबिक भारत में पीएम 2.5 से 10 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब भी एयर क्वालिटी मे अंतर आता है तो यह जीवन प्रत्याशा को 0.64 साल कम करता है.
Also Read: Solar Energy Policy 2022 : झारखंड में 4000 MW बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित, सौ सोलर विलेज बनेंगे
एयर क्वालिटी का गिरता स्तर फेफड़े को करता है प्रभावित
एयर पॉल्यूशन को लेकर पूर्व में किए गए अध्ययन को सेटेलाइट से लिए गए डेटा के साथ जोड़ कर देखना झारखंड जैसे राज्य के लिए महत्वपूर्ण है. ऐसा इसलिए है कि यहां रियल टाइम डेटा ले पाना संभव नहीं है. एयर क्वालिटी का डेटा पूरे राज्य से ले पाना संभव नहीं है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि रांची और धनबाद में ही एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगा हुआ है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक एयर क्वालिटी में कमी फेफड़े को प्रभावित करती है.