लाइफ रिपोर्टर @ रांची : झारखंड के सरकारी विवि अंतर्गत कॉलेजों व पीजी विभागों में शिक्षकों की कमी के कारण पठन-पाठन प्रभावित नहीं हो इसलिए अब एक विवि के शिक्षक दूसरे विवि में भी ऑनलाइन क्लास लेंगे. इस नयी व्यवस्था की शुरुआत डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि और नीलांबर-पीतांबर विवि के बीच ट्रायल आधार पर की जा रही है. इसके तहत डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि के शिक्षक नीलांबर-पीतांबर विवि अंतर्गत अंगीभूत कॉलेजों व मॉडल कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाएं लेंगे, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित नहीं हो.
राजभवन से अनुमति मिलने का इंतजार
छात्रहित में इस नयी व्यवस्था की शुरुआत राजभवन से अनुमति मिलते ही होगी. डीएसपीएमयू द्वारा राजभवन को इससे संबंधित प्रस्ताव भेजा गया है.
2400 अस्सिटेंट प्रोफेसर की नियुक्ति होनी है
राज्य के विवि में 2008 के बाद पिछले वर्ष बैकलॉग में लगभग 400 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की गयी है. लगभग पांच सौ नियमित असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति जेपीएससी द्वारा प्रक्रिया में है. कई विषयों की नियुक्ति विभिन्न विवि में कर दी गयी है. विवि को एक यूनिट मानते हुए तथा रोस्टर क्लियर करते हुए 24 सौ असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पद चिन्हित किये गये हैं. राज्य सरकार ने नियुक्ति के लिए न्यूनतम अहर्ता से संबंधित संशोधित नियमावली भी लागू की है. सभी विवि ने जेपीएससी के पास नियुक्ति के लिए अधियाचना भी भेज दी है.
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