रांची में झारखंड इंटेलेक्चुअल समिट : बोले प्रेम कुमार- युवाओं में राज्य की दशा और दिशा बदलने की क्षमता
झारखंड की राजधानी रांची में तीन दिवसीय झारखंड इंटेलेक्चुअल समिट का आयोजन किया गया. इसमें झारखंड इंटेलेक्चुअल फोरम के चेयरमैन प्रेम कुमार ने कहा कि युवाओं में राज्य की दशा और दिशा बदलने की क्षमता होती है. कहा कि 23 वर्ष के युवा झारखंड के विकास पर तीन दिनों तक चर्चा हुई.
झारखंड की राजधानी रांची में तीन दिवसीय झारखंड इंटेलेक्चुअल समिट का आयोजन किया गया. इसमें झारखंड इंटेलेक्चुअल फोरम के चेयरमैन प्रेम कुमार ने कहा कि युवाओं में राज्य की दशा और दिशा बदलने की क्षमता होती है. उन्होंने कहा कि 23 वर्ष के युवा झारखंड के विकास के संदर्भ में तीन दिनों तक अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. इस चर्चा से जो बातें निकलकर आईं हैं, उससे पता चलता है कि यह समिट झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा. प्रेम कुमार रांची स्थित पुरानी विधानसभा में झारखंड इंटेलेक्चुअल फोरम की ओर से आयोजित तीन दिवसीय समिट के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हमारा राज्य झारखंड 23 वर्ष का हो चुका है. ऐसे में हम सबका यह दायित्व बनता है कि अब अपने प्रदेश को नई दिशा दें. समिट के जरिए हमने इसी दिशा में काम करने का प्रयास किया है.
प्रेम कुमार ने कहा कि झारखंड विकास के पथ पर आगे बढ़े, इस दिशा में हमने तीन दिन तक मंथन किया. हम चाहते हैं कि दुनिया हमारे झारखंड का आत्मविश्वास देखे. हमारे युवा झारखंड की कला, संस्कृति, साहित्य, उद्यम के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में उभरती प्रतिभा को भी देखे. आने वाले दिनों में अपना झारखंड नंबर वन बनेगा.
झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि इस तरह के आयोजन से झारखंड के विकास को नया आयाम मिलेगा. मुंबई से आकर प्रवासियों ने यहां इतना बड़ा सम्मेलन किया है. वहीं, हाजी हुसैन अंसारी ने कहा कि यह बहुत अच्छा प्रयास है. कहा कि प्रवासी श्रमिकों की अगर अन्य राज्य में मौत होती है, तो उनकी मदद की जिम्मेदारी एनजीओ को सौंपी जाएगी.
Also Read: पीएम मोदी के सपनों के भारत को पूरा करना ही उद्देश्य, आत्मनिर्भर भारत अभियान के सम्मेलन में बोले प्रेम कुमारसरला बिरला के वाइस चांसलर ने भी इस आयोजन की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि झारखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. कृषि क्षेत्र के विकास पर जोर देना चाहिए. सबको नौकरी मिल जाए, यह संभव नहीं है. आपका जीवन नौकरी से ही चले, यह भी संभव नहीं. सारी चीजें सरकार के भरोसे नहीं हो सकतीं. कई ऐसे क्षेत्र हैं, जिसमें लोग अपना भविष्य बना सकते हैं. उसके बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है.
जेपीएससी की अध्यक्ष मैरी निलिमा केरकेट्टा ने कहा कि स्वप्न देखना बड़ी बात होती है. मैं जब पढ़ाई करती थी, तब देखा कि किसी की गाड़ी में लालबत्ती देखी. मैंने सोचा कि क्यों न मैं भी प्रयास करूं कि कभी लाल बत्ती वाली गाड़ी में घूमूं. इसके बाद ही मैंने प्रशासनिक सेवा में जाने के बारे में सोचा. मेरा सपना पूरा हुआ. इन तीन दिनों में जिन विषयों पर चर्चा हुई, उसमें ‘युवा शक्ति, युवा संसद’, ‘हमारा स्वर्णिम भविष्य’, ‘मेरे राज्य का प्रवासी : झारखंडवासी’ और ‘मेरी विरासत मेरा जीवन’ शामिल हैं. राज्य की कई बड़ी हस्तियों ने इसमें अपने विचार रखे. कार्यक्रम में रांची के विधायक सीपी सिंह, आईएएस अधिकारी मुकेश कुमार, सरला बिरला यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो गोपाल पाठक, डॉ नीलम पाठक अतिथि के रूप में मौजूद थे.
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