झारखंड के कॉलेजों में इंटर की 96 हजार सीटों पर नामांकन फंसा, विवि और जैक ये बात कहकर झाड़ रहा पल्ला
इंटर में दाखिला के सवाल पर विवि प्रशासन ने कहा कि विवि को अंगीभूत कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई से लेना-देना नहीं है. संबंधित कॉलेज के प्राचार्य ही बता सकेंगे कि नामांकन क्यों रुका हुआ है.
झारखंड के विवि अंतर्गत 62 अंगीभूत कॉलेजों में इंटरमीडिएट में सत्र 2023-25 के लिए नामांकन बंद है. इंटर साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स को मिलाकर लगभग 96 हजार सीटों पर नामांकन रुका हुआ है. नामांकन शुरू होगा या नहीं, इसके बारे में कॉलेज प्रशासन बताने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में विद्यार्थी नामांकन के लिए भटकने को मजबूर हो गये हैं.
जैक ने भी विभाग व विवि पर टाला मामला :
इधर, झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के अध्यक्ष का कहना है कि यह मामला शिक्षा विभाग और विवि के बीच का है. वहीं विवि प्रशासन से पूछने पर बताया जा रहा है कि विवि को अंगीभूत कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई से लेना-देना नहीं है. संबंधित कॉलेज के प्राचार्य ही बता सकेंगे कि नामांकन क्यों रुका हुआ है. दूसरी तरफ कॉलेज के प्राचार्य कहते हैं कि शिक्षा विभाग से उन्हें नामांकन नहीं लेने की जानकारी दी गयी है, वहीं विवि प्रशासन की ओर से भी नामांकन शुरू करने का कोई निर्देश नहीं मिला है.
रांची विवि सहित अन्य विवि के प्रशासन द्वारा मीडिया में यह कहे जाने से कि अंगीभूत कॉलेजों में सत्र 2023-25 में इंटर में पढ़ाई बंद नहीं होगी, प्राचार्य उलझन में हैं. वह लोग वेट एंड वाच की स्थिति में हैं. फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं होने से जहां विद्यार्थी व अभिभावक परेशान हैं, वहीं इन कॉलेजों में कार्यरत लगभग 12 सौ शिक्षक व कर्मचारी भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
नामांकन का पता लगाने कॉलेज पहुंच रहे विद्यार्थी व अभिभावक:
राज्य में वर्तमान में 634 प्लस टू स्कूल हैं. इसके अलावा लगभग 291 इंटर कॉलेज हैं, जहां साइंस, आटर्स व कॉमर्स की पढ़ाई होती है. दूसरी ओर 10 वीं पास कई विद्यार्थी अपनी पहली प्राथमिकता अंगीभूत कॉलेज को दे रहे हैं. नामांकन संबंधी पता लगाने के लिए प्रतिदिन विद्यार्थी व उनके अभिभावक कॉलेज पहुंच रहे हैं. लेकिन नामांकन लेना है या नहीं लेना है, कोई भी कॉलेज स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा है. कॉलेज प्रशासन द्वारा ठोस जवाब नहीं मिलने से वह लोग मायूस होकर वापस लौट जा रहे हैं.
शिक्षा विभाग द्वारा नयी शिक्षा नीति के तहत सत्र 2023-25 से अंगीभूत कॉलेजों में चल रहे इंटर कॉलेज में किसी भी हाल में नामांकन नहीं लेने का निर्देश जारी किया गया है. सरकार के आदेश के आलोक में ही विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि धनबाद ने अंगीभूत कॉलेजों में इंटर में नामांकन नहीं लेने की अधिसूचना जारी कर दी है, जबकि अन्य विवि ने इससे संबंधित कोई अधिसूचना जारी नहीं की है.
नैक से मान्यता के लिए इंटर को रखना है अलग
नैक से भी मान्यता लेने के लिए अंगीभूत डिग्री कॉलेज से इंटरमीडिएट को अलग रखना है. अलग प्राचार्य नियुक्त करना है. इसके अलावा डिग्री कॉलेज के शिक्षक भी इंटर में नहीं पढ़ायेंगे. अंगीभूत कॉलेजों में इंटरमीडिएट से लाखों रुपये की आमदनी भी है. इसे देखते हुए कई अंगीभूत कॉलेजों में अलग भवन नहीं रहने की स्थिति में इंटर की कक्षाएं सुबह में कर दी गयी हैं. वहीं लगभग 12 हजार रुपये में शिक्षक, आठ हजार रुपये में तृतीय वर्ग कर्मचारी व छह हजार रुपये में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी अनुबंध पर रखे गये हैं.