झारखंड : सर्दियों के मौसम में फूल-पौधे लगाना होता है बेहद आसान
सर्दियों का मौसम आ गया है. ऐसे में मौसम शुष्क और ठंडा बना रहता है. इस कारण पर्याप्त धूप नहीं मिलने से कई फूल सूख जाते हैं, लेकिन कुछ पौधे ऐसे होते हैं जो इसी समय पनपते हैं.
लता रानी @ रांची : सर्दियों का मौसम आ गया है. ऐसे में मौसम शुष्क और ठंडा बना रहता है. इस कारण पर्याप्त धूप नहीं मिलने से कई फूल सूख जाते हैं, लेकिन कुछ पौधे ऐसे होते हैं जो इसी समय पनपते हैं. सर्दियों के मौसम में फूल-पौधे लगाना बेहद आसान होता है, क्योंकि इस मौसम में कोई भी पौधा आसानी से बढ़ता है. यदि आप भी गार्डनिंग का शौक रखते हैं, तो बिना किसी परेशानी अपनी बगिया को खूबसूरत लुक देख सकते हैं. इस मौसम में गुलदाउदी और डहलिया के साथ-साथ कैलेंडुला, नैस्टर्टियम, सिनेरेरिया आदि पौधे भी कई रंग के फूल लेकर आते हैं. इन मौसमी फूलों के पौधों को रंग, आकार और रूप की जबरदस्त विविधता का लाभ मिलता है. ये पौधे कम समय में और आसानी से बगीचे में लगाये जा सकते हैं. इन्हें घर की क्यारियों, दीवारों के किनारे, खिड़की पर बर्तन या बॉक्स आदि की मदद से लगा सकते हैं.
इस मौसम के खास फूल
इस मौसम में गेंदा, गुलाब, पैन्सी, जीनिया, ग्लैनथस, डॉग फ्लावर, मैजिक कारपेट फूल, गजानिया, साल्विया, बोगनविलिया, डहेलिया, गुलदाउदी, ऑर्किड और इनथोरियम जैसे खास फूल होते हैं, जिसे आप आसानी से बगिया में लगा सकते हैं. इन्हें बहुत ज्यादा देखभाल की भी जरूरतं नहीं होती है. थोड़ी सी देखभाल कर आप इनको स्वस्थ रख सकते हैं. इन्हें गमले में भी लगाया जा सकता है. ये रंग-बिरंगे फूल घर-आंगन को फूलों वाली होली का अहसास करायेंगे. वैसे इस मौसम में हर तरह के प्लांट का भी आनंद आप पूरे वर्ष तक भी ले सकते हैं. इस समय नर्सरी में फूलों के सीजनल प्लांट 20 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं.
इंथोरियम के लिए सबसे बेहतर मौसम
जाड़े का यह समय यानी दिसंबर का महीना इंथोरियम प्लांट के लिए सबसे बेहतर माना जाता है. इस समय व्हाइट लिली भी अपने घर के गमले व बगीचे में लगा सकते हैं. हरे पत्तों के साथ पत्तों के आकार में ही फूलों का आना ऐसे पौधों की खासियत हैं. साथ ही लता वाले बोगनविलिया काे गमले में लगा कर भी फूलों की खूबसूरती निहार सकते हैं.
नर्सरी में जर्मनी और थाईलैंड के फूल
रांची स्थित नर्सरी में ज्यादातर पौधे बेंगलुरु, पुणे और दिल्ली से लाये जाते हैं. वहीं यहां जर्मनी और थाइलैंड के फूल भी पहुंच रहे हैं. जर्मनी और थाइलैंड से होते हुए ये फूल पहले दिल्ली, पुणे और बेंगलुरु पहुंचते हैं. फिर वहां से रांची लाया जाता है.
फूलों को देखकर अच्छा होता है मूड
प्लांडू के पूर्व प्रधान वैज्ञानिक शिवेंद्र कुमार बताते हैं : फूल हमें खुशी देने का काम करता है. फूलों को देखकर मूड अच्छा हो जाता है. ये हमें तनाव से बचाते हैं. दूसरी ओर फूलों पर मधुमक्खियां आकर्षित होती हैं. मधुमक्खियां हमारी मित्र होती हैं, जो परागण का काम करती हैं. इससे खेतों को लाभ हाेता है. गार्डन में जाने का फायदा है कि आप किसी भी तनाव से दूर हो जाते हैं. .
ऐसे करें देखभाल
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सीजनल फूलों की देखभाल के लिए आपको न ज्यादा धूप चाहिए न ज्यादा छांव. इन पौधों को हल्की धूप और छांव वाली जगह चाहिए.
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इन पौधों में केंचुआ खाद अथवा ऑर्गेनिक खाद का ही इस्तेमाल करें.
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आवश्यकतानुसार सरसों खली अथवा नीम की खली भी डाल सकते हैं.
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समय-समय पर पानी डालें, ध्यान रहे कि मि्टी ड्राइ न हो. ड्राई होने के पहले पानी डाल दें.
विशेषज्ञ की सलाह
सीजनल फूलों का शौक रखनेवालों के लिए यह मौसम सबसे बेहतर होता है. आप आसानी से इस समय अपने घर-आंगन और गमले में मौसमी फूल लगा सकते हैं. इनकी खूबसूरती को आप अप्रैल माह तक देख सकते हैं. ऐसे फूलों के पौधे नर्सरी में 20 रुपये प्रति पीस के हिसाब से उपलब्ध हैं.
अनूप कुमार, नर्सरी संचालक
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