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Jharkhand JAC 10th Result 2020 : अत्यंत पिछड़ी जाति के सबसे ज्यादा 80 फीसदी बच्चे हुए पास, पिछड़ी जाति भी सामान्य वर्ग से आगे

Jharkhand JAC 10th Result 2020 : रांची : झारखंड में वर्ष 2020 की मैट्रिक परीक्षा में पिछड़ी जाति और अत्यंत पिछड़ी जाति के परीक्षार्थियों का रिजल्ट सबसे बढ़िया रहा है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने बुधवार (8 जुलाई, 2020) को मैट्रिक का जो रिजल्ट जारी किया है, उसमें 79.88 फीसदी और अत्यंत पिछड़ी जाति के 77.05 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2020 3:33 PM
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रांची : झारखंड में वर्ष 2020 की मैट्रिक परीक्षा में पिछड़ी जाति और अत्यंत पिछड़ी जाति के परीक्षार्थियों का रिजल्ट सबसे बढ़िया रहा है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने बुधवार (8 जुलाई, 2020) को मैट्रिक का जो रिजल्ट जारी किया है, उसमें 79.88 फीसदी और अत्यंत पिछड़ी जाति के 77.05 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं.

यह इस वर्ष परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले कुल परीक्षार्थियों के औसत से भी अधिक है. इस वर्ष कुल 75.01 फीसदी विद्यार्थी मैट्रिक की परीक्षा में पास घोषित किये गये हैं. जाति के आधार पर इस बार के रिजल्ट का विश्लेषण करने से पता चला है कि सामान्य और अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों की तुलना में अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति एवं अत्यंत पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट बेहतर है.

वर्ष 2020 की मैट्रिक परीक्षा में 74.01 फीसदी सामान्य जाति के विद्यार्थी पास हुए हैं, तो अनुसूचित जाति के पास होने वाले परीक्षार्थियों का प्रतिशत 71.11 है. संख्या के लिहाज से देखें, तो सामान्य वर्ग के सबसे ज्यादा 2,35,870 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी. इनमें से 1,74,587 पास हुए. वहीं, अनुसूचित जाति के 18,253 बच्चों ने परीक्षा दी, इनमें से 12,981 अलग-अलग श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं.

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अनुसूचित जनजाति के 47,899 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी और 35,626 पास हो गये. वहीं, पिछड़ी जाति के 59,540 और अत्यंत पिछड़ी जाति के 23,582 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें से क्रमश: 47,563 और 18,171 पास घोषित किये गये हैं. इस वर्ष अनुसूचित जाति के सबसे कम विद्यार्थियों ने परीक्षा दी और उनके पास होने का प्रतिशत भी सबसे कम रहा.

अनुसूचित जाति के 71.11 फीसदी विद्यार्थी पास हुए हैं, जबकि सामान्य जाति के 74.01 फीसदी, अनुसूचित जनजाति के 74.37 फीसदी, पिछड़ी जाति के 79.88 फीसदी और अत्यंत पिछड़ी जाति के 77.05 फीसदी बच्चे इस साल मैट्रिक की परीक्षा में पास हुए हैं.

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Posted By : Mithilesh Jha

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