संजीव सिंह, रांची : झारखंड के विवि और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा आयोजित झारखंड पात्रता परीक्षा (जेट) में एक बार फिर बड़ा बदलाव किया जा रहा है. जेपीएससी के आग्रह पर उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा इसमें बदलाव की प्रक्रिया शुरू की है. अंतिम स्वीकृति कैबिनेट से ली जायेगी. इसके तहत अब झारखंड पात्रता परीक्षा कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट (सीबीटी) मोड की जगह ओएमआर शीट पर ली जायेगी. ऐसा झारखंड के भौगोलिक दृष्टिकोण, दूर-दराज में कमजोर नेटवर्क और अन्य असुविधाओं को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है. इसके अलावा राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) की तर्ज पर ही झारखंड पात्रता परीक्षा में भी अभ्यर्थी की उम्र सीमा की बाध्यता को समाप्त किया जा रहा है.
कैबिनेट की बैठक में दिलायी जाएगी स्वीकृति
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने जेपीएससी को जेट के आयोजन के लिए नियमावली उपलब्ध करायी थी. इसके बाद ही आयोग ने इस नियमावली में दो बड़े बदलाव करने का आग्रह किया था, जिसे उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग में स्वीकार कर लिया है. विभाग के इस प्रस्ताव को कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति दिलायी जायेगी. इसके बाद राज्य में 2404 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा.
कितनी होनी चाहिए न्यूनतम आयु
उम्र सीमा के मामले में वर्तमान में नियमावली में उल्लेख किया गया है कि जेट के लिए अभ्यर्थी की आयु अधियाचना वर्ष की एक अगस्त को 21 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए. साथ ही अभ्यर्थी की अधिकतम आयु राज्य सरकार (कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग) द्वारा समय-समय पर निर्धारित आरक्षण कोटिवार आयु सीमा के अनुसार होगी. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग में अब इसमें सुधार करते हुए बाध्यता समाप्त करने का निर्णय लिया है.
43 विषयों की होगी परीक्षा
जेट में कुल 43 विषयों को शामिल किया गया है. अभ्यर्थी इन्हीं विषयों के आधार पर जेट में शामिल हो सकते हैं. झारखंड में इससे पूर्व 2006-07 में झारखंड पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसकी अब भी सीबीआइ जांच चल रही है.
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