झामुमो कार्यकर्ताओं का ED व BJP पर फूटा गुस्सा, कहा- हेमंत सोरेन को बगैर किसी सबूत के किया जा रहा प्रताड़ित
मोरहाबादी में रांची के एक झामुमो कार्यकर्ता ने प्रभात खबर से खास बातचीच में कहा कि हमारे मुखिया माननीय हेमंत सोरेन जी तो षडयंत्र के तहत फंसा कर प्रताड़ित करने का काम कर रही है.
रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की आज ईडी की रिमांड खत्म हो गयी. इसके बाद उन्हें रांची के बिरसा मुंडा कारा भेज दिया गया है. तो वहीं दूसरी तरफ आज से झामुमो कार्यकर्ता भाजपा व ईडी के खिलाफ राज्यभर में प्रदर्शन कर रही है. इसी के तहत गुरुवार रांची के मोरहाबादी स्थित बापू प्रतिमा के सामने में रांची के झामुमो कार्यकर्ताओं ने भूख हड़ताल की. यह कार्यक्रम दिन के 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक चला.
ईडी बैगर किसी सबूत के हेमंत सोरेन को कर रही प्रताड़ित
मोरहाबादी में रांची के एक झामुमो कार्यकर्ता ने प्रभात खबर से खास बातचीत में कहा कि हमारे मुखिया माननीय हेमंत सोरेन जी तो षडयंत्र के तहत फंसा कर प्रताड़ित करने का काम कर रही है. ईडी बगैर किसी सबूत के उनको प्रताड़ित करने के लिए तरह तरह के केस बनाने का काम कर रही है. ईडी अभी तक कोर्ट में ये साबित नहीं कर पायी है कि वो भुंइहरी जमीन की खरीदारी की है या नहीं. उन्होंने आगे कहा कि आपको पता होना चाहिए कि भुंइहरी जमीन की खरीद बिक्री नहीं हो सकती है. वो किसी के चैट निकालकर लेकर के आ रहे हैं जिसमें एकतरफा बयान दिया हुआ है. ये षडयंत्र करने में माहिर हैं. इसलिए बीते डेढ़ साल से इसके पीछे लगे हुए थे. इसलिए राज्यभर के तमाम कार्यकर्ता आज बेहद आक्रोशित हैं. इस आक्रोश का प्रदर्शन आज हमलोग गांधीवादी तरीके से कर रहे हैं. ये कार्यक्रम हमलोगों का लगातार जारी रहेगा. हमारा कार्यक्रम तब्दील होगा तो उसकी सूचना भी दी जाएगी. इसके बाद पंचायत स्तर पर भी कार्यक्रम होगा जिसमें हम राज्य की जनता को बताने का काम करेंगे कि किस तरह भारतीय जनता पार्टी हेमंत सोरेन को फंसाने का काम कर रही है.
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झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता हेमंत सोरेन के साथ
वहीं, अमन तिवारी नामक एक दूसरे कार्यकर्ता ने कहा कि हमलोगों को न्यायलय पर पूरा भरोसा है. इसलिए हमलोग गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. भाजपा और ईडी की साजिश है कि उन्हें किसी भी तरह से जेल ही रखा जाए इसलिए उन्हें किसी चैट से जोड़ने का काम किया जा रहा तो कभी सीजीएल से उनका कनेक्शन जोड़ने का काम किया जा रहा है. लेकिन झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता हेमंत सोरेन के साथ है.