झामुमो का कटाक्ष: EC केवल तिथि की घोषणा करेगा, चुनाव तो असल में ED ही करायेगा

भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का नारा देती रही. दरसअल वह कांग्रेस युक्त भाजपा बन कर रही गयी है. देश में पिछले 10 साल में 740 सांसद-विधायक ऐसे हैं, जो कांग्रेस अन्य क्षेत्रीय दलों को छोड़ भाजपा में गये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2024 5:22 AM

रांची : झामुमो के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा के अधिवेशन में पीएम मोदी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें 2024 में बिना चुनाव लड़े और चुनाव जीते ही विदेशों से आमंत्रण मिल रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी जी को भले ही बिना चुनाव लड़े विदेशों से आमंत्रण मिल रहा हो, मगर हमारे हेमंत जी को पूरे देश से आमंत्रण मिल रहा है. मोदी जी तो विदेश नहीं जायेंगे, पर हेमंत अपने देश में जरूर जायेंगे.

उन्होंने इलेक्शन कमीशन (इसी) और इडी का संबंध जोड़ते हुए कहा कि मोदी के जीत इस दावे के पीछे का सच्चाई कुछ और ही है. इलेक्शन कमीशन तो केवल चुनाव की तिथि घोषित करेगा, मगर चुनाव तो असल में (इडी) इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट करायेगा. जिसे अब इलेक्शन डिपार्टमेंट भी कह सकते हैं. जिसकी पटकथा पिछले दो सालों से लिखी जा रही है. उन्होंने कहा कि जो भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का नारा देती रही. दरसअल वह कांग्रेस युक्त भाजपा बन कर रही गयी है. देश में पिछले 10 साल में 740 सांसद-विधायक ऐसे हैं, जो कांग्रेस अन्य क्षेत्रीय दलों को छोड़ भाजपा में गये हैं. श्री भट्टाचार्य झामुमो प्रदेश कार्यालय में प्रेस संबोधित कर रहे थे.

विपक्ष मतलब भ्रष्टाचारी और भाजपा माने सदाचारी

श्री भट्टाचार्य ने कहा कि विगत दस साल कई चीजों की परिभाषा बदल दी गयी है. आज विपक्ष मतलब भ्रष्टाचारी और जो भाजपा में है सदाचारी. जो शासन के हां में हां मिलाये वह राष्ट्रवादी. जो शासन का विरोध करे वह देशद्रोही.

अब किसानों को धान-गेहूं की जगह दाल और कपास उगाने कहा जा रहा है

श्री भट्टाचार्य ने कहा कि किसान एमएसपी मांग रहे हैं, तो उन्हें दाल और कपास उगाने कहा जा रहा है. एक सप्ताह से किसानों को नजरबंद कर दिया गया है. किसान धान, मक्का और गेहूं की खेती नहीं, अडाणी और अंबानी के लिए दाल और कपास की खेती करें. यानी जनता कपास खाये और दाल पीये.
भाजपा का आदिवासी प्रेम झूठा

श्री भट्टाचार्य ने भाजपा के आदिवासी एवं दलित प्रेम को झूठा करार देते हुए कहा कि एक दलित को राष्ट्रपति बना कर संसद भवन के शिलान्यास में उन्हें नहीं बुलाया गया, वहीं एक आदिवासी को राष्ट्रपति बना कर उसे संसद भवन के उदघाटन में नहीं बुलाया गया. एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाकर उसे रायसीन हिल में कैद कर दिया गया है.

बहुत जल्द सीट और प्रत्याशी की होगी घोषणा

श्री भट्टाचार्य ने बताया कि झारखंड को लेकर लोकसभा चुनाव की सीट शेयरिंग पर सहमति बन चुकी है. जो फार्मूला रखा गया था, उस पर सहमति बन गयी है. जल्द ही सीट और संभावित प्रत्याशियों का एलान कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि बस बिहार और उड़ीसा में थोड़ा पेच फंसा है, जिसे जल्द ही सुृलझा लिया जायेगा.

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