अमन तिवारी, रांची :
झारखंड में न्यायिक सेवा के अधिकारियों की सुरक्षा से दुमका डीआइजी सुदर्शन मंडल और दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार द्वारा खेलवाड़ करने का मामला सामने आया है. इसकी जानकारी डीजीपी अजय कुमार सिंह सहित पुलिस मुख्यालय के अन्य अधिकारियों को दो गयी है.
जानकारी के अनुसार घटना 29 अक्तूबर 2023 की है. साहिबगंज जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धर्मेंद्र कुमार और राजमहल के सिविल न्यायाधीश-2 तारकेश्वर दास अपने परिवार के सदस्यों के साथ कार से धनबाद से साहिबगंज लौट रहे थे. इसी क्रम में दुमका जिला के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के जियोपानी ढलान के पास उनकी कार फंस गयी. उस समय स्कूल ड्रेस में लड़के-लड़कियाें के अलावा अन्य लोगों ने पारंपरिक हथियार जैसे टांगी, तीर-धनुष और लाठी-डंडा लेकर सड़क जाम कर दी थी.
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आक्रोशित लोग न्यायिक सेवा के अधिकारियों की कार को आगे जाने नहीं दे रहे थे. न ही उनलोगों ने कार को पीछे लौटने दिया. जाम में फंसे होने की वजह से न्यायिक सेवा के अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों पर जान-माल का खतरा बना हुआ था. लेकिन घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने न्यायिक सेवा के अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की.
इसके बाद न्यायिक सेवा के अधिकारियों ने दुमका एसपी को फोन किया. इस पर आईपीएस अफसर ने फोन पर उनसे कहा कि वह मामले को देख रहे हैं. लेकिन इसके एक घंटे बाद भी पुलिस की ओर से कुछ नहीं किया गया. तब न्यायिक सेवा के अधिकारी ने आक्रोशित लोगों के आक्रामक व्यवहार को देखते हुए दुमका डीआइजी को फोन किया. उन्होंने भी कहा कि वह मामले को देख रहे हैं. लेकिन उनकी ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी.