पूरी रांची कान्हा के रंग में रंग गयी है. कान्हा के रूप की लोग रह-रह कर चर्चा कर रहे हैं. भक्ति का उल्लास ऐसा कि हर कोई इसमें भागीदारी करना चाह रहा है. मोरहाबादी मैदान, अलबर्ट एक्का चौक और हरमू मैदान सहित विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम हो रहे हैं. उल्लास चरम पर है. लोगों ने पूरी धर्मिक श्रद्धा और उल्लास के साथ जन्माष्टमी मनाने की तैयारी कर ली है. मंदिरों से लेकर घरों तक बाल गोपाल के स्वागत की तैयारी है. मंदिरों को सजाया गया है. हर तरफ उत्साह का माहौल है. स्कूलों में भी जन्माष्टमी को लेकर विशेष आयोजन हो रहे हैं. रंग-बिरंगे परिधानों में सजकर बच्चों को बाल गोपाल का स्वरूप दिया जा रहा है. माहौल भक्तिमय है. राधा-कृष्ण के मंदिर में विशेष झूले लगाये गये हैं, जहां दर्शन के लिए भक्त उमड़ेंगे. शाम से ही पूजा-अर्चना शुरू हो जायेगी, जो देर रात तक चलेगी.
इधर घरों में भी बाल गोपाल को लेकर पकवान बनेंगे, जहां लड्डू गोपाल का अभिनंदन किया जायेगा. विशेष तैयारियों में शहर के विभिन्न इलाकों में भजन संध्या के साथ दही-हांडी प्रतियोगिता होगी. भगवान श्रीकृष्ण की लीला से भक्तों का परिचय कराया जायेगा. बाजार में लड्डू गोपाल के मोहक रूप से लेकर उनको सजाने-संवरने के लिए आकर्षक सामग्रियों की बिक्री की जा रही है. कान्हा मटकी फोड़ प्रतियोगिता समिति द्वारा जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में बिरला मैदान, रातू रोड में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें लड़कों की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा टीम ने हांडी को फोड़ कर 31 हजार रुपये का प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया. वहीं लड़कियों की राधा रानी टीम ने सबसे पहले मटकी फोड़ी. सभी विजयी टीमों को शील्ड व नगद राशि देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर लोगों में काफी उत्साह और उमंग देखा गया.
मोरहाबादी मैदान में जन्माष्टमी के मौके पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव 2023 का आयोजन होगा. इसकी शुरुआत बुधवार शाम चार बजे से बाल गोपाल व बाल राधा पोशाक प्रतियोगिता से होगी. इसमें छोटे-छोटे बच्चे श्री कृष्ण व राधा की वेशभूषा में पहुंचेंगे. प्रतियोगिता दो ग्रुप में होगी. पहले ग्रुप में पांच वर्ष तक के बच्चे और दूसरे ग्रुप में छह से 12 वर्ष तक के बच्चे हिस्सा लेंगे. वहीं, शाम छह बजे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गौ पूजन, कान्हा पूजन व महिलाओं की ओर से महाआरती की जायेगी.
जन्माष्टमी के मौके पर सात सितंबर को धुर्वा नर्सरी पार्क कुरुक्षेत्र मैदान में दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता होगी. मुख्य संरक्षक कैलाश यादव ने बताया कि पूजा अर्चना के बाद दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता होगी. जहां मटके को 25 फीट की ऊंचाई पर लटकाया जायेगा. धुर्वा में पहली बार दही हांडी प्रतियोगिता कार्यक्रम होगी. इसमें मथुरा वृंदावन और द्वारिका के नाम से तीन टीम हिस्सा लेंगे. सभी ग्रुप में 12-12 युवा गोविंदा की टोली होगी. बुधवार को विधि विधान से शाम पांच बजे भूमि पूजन कर खंभे पर मटका लटकाया जायेगा. सात को साढ़े चार बजे से दही हांडी प्रतियोगिता शुरू होगी.
अल्बर्ट एक्का चौक पर छह और सात को श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनेगा. समिति के संरक्षक संजय सेठ, सीपी सिंह और अध्यक्ष मुकेश काबरा ने बताया कि समिति 11वीं बार जन्माष्टमी महोत्सव मनाने के लिए तैयार है. छह सितंबर को दोपहर बाद 3:30 बजे से श्री कृष्ण के बाल गोपाल प्रतियोगिता व झांकी प्रतियोगिता होगी. शाम छह बजे से श्री कृष्ण की बाल रूप झांकी का उद्घाटन रांची की विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी करेंगे. इस अवसर पर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति होगी. इसके लिए रांची व बंगाल के कलाकार पहुंच चुके हैं. बाल गोपाल के रूप में बच्चे, जिनकी उम्र 12 वर्ष से कम होगी, वह श्री कृष्ण झांकी स्वरूप प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकेंगे. भगवान श्री कृष्ण को माखन, मिश्री, पंजीरी, फल, रबड़ी का भोग लगाया जायेगा. वहीं, सात सितंबर को शाम पांच बजे से दही हांडी प्रतियोगिता सह भजन संध्या होगी. प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन पहुंचेंगे. पुरुष टीम के प्रथम पुरस्कार विजेता को 71 हजार रुपये, द्वितीय और तृतीय विजेता को क्रमश: 31 हजार रुपये व 21 हजार रुपये की राशि दी जायेगी. वहीं, महिला टीम को क्रमश: 51 हजार रुपये और 21 हजार रुपये दिये जायेंगे. पुरुष गोविंदा के लिए 25 फीट और महिला गोविंदा के लिए 20 फीट पर हांडी लटकायी जायेगी. प्रत्येक टीम को हांडी फोड़ने के लिए पांच मिनट का समय मिलेगा.