रांची : जमीन घोटाला मामले की जांच कर रहे ईडी ने झामुमो नेता अंतु तिर्की समेत 10 लोगों के खिलाफ पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है. जहां ईडी ने अदालत को बताया कि सभी आरोपियों ने मिली भगत करके प्रतिबंधित जमीन को अपने कब्जे में किया. इसके लिए जमीन की मूल दस्तावेज से हेराफेरी की गयी. इसके बदले में भारी मात्रा में रुपयों का लेन देन किया गया.
सदर थाने में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर दाखिल की गयी चार्जशीट
ईडी ने रांची के सदर थाने में जून 2023 को दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अपने यहां दर्ज ईसीआइआर में यह चार्जशीट की है. इसी ईसीआइआर के आधार पर इस मामले की जांच की गयी. जिसके बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राजस्व उप-निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया.
ईडी ने चार्जशीट में इन बातों का किया जिक्र
ईडी ने चार्जशीट में इन बातों का भी उल्लेख किया है कि 13 अप्रैल 2023 को आरोपी सद्दाम हुसैन के ठिकानों से 1940 का डीड बरामद हुआ था. यह डीड 6.34 एकड़ जमीन के लिए तैयार हुआ था. ये जमीन हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन का हिस्सा है. जांच में यह भी पाया गया है कि यह जमीन भुईंहरी प्राकृति की है. जिसकी खरीद बिक्री नहीं हो सकती. इसके बावजूद उस पर अवैध रूप से कब्जा कर बेच दिया गया.
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झामुमो नेता अंतु तिर्की समेत कई लोगों के ठिकानों पर ईडी ने मारा था छापा
गौरतलब है कि ईडी ने 16 अप्रैल झामुमो नेता अंतु तिर्की, प्रियरंजन सहाय और इरशाद के ठिकानों पर छापा मारा था. जहां से उन्हें जमीन की खरीद बिक्री से जुड़े कई दस्तावेज मिले. इसके पूछताछ के लिए इन्हें ईडी कार्यालय ले जाया गया. जहां पूछताछ के बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.