रांची : झारखंड में हुए जमीन घोटाला मामले में ईडी द्वारा दाखिल चार्जशीट पर गुरुवार को पीएमएलए कोर्ट ने संज्ञान लिया. अदालत ने आर्किटेक्ट विनोद सिंह, राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप के खिलाफ समन जारी किया है. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दाखिल आरोप पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा सीआई भानु प्रताप, आर्किटेक्ट विनोद सिंह, राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप के नाम शामिल हैं
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ईडी ने 5500 पन्ने का दाखिल किया है चार्जशीट
गौरतलब है कि ईडी ने जमीन घोटाला मामले में 30 मार्च को हेमंत सोरेन समेत 5 खिलाफ 5500 पन्ने का चार्जशीट दाखिल किया था. इसमें 1200 पेज से ज्यादा के वाट्सएप चैट समेत अन्य दस्तावेज शामिल थे. चार्जशीट में बड़गाईं के तत्कालीन सीआई भानु प्रताप प्रसाद, आर्किटेक्ट विनोद सिंह, राजकुमार पाहन और हिलेरियस कच्छप के नाम शामिल थे.
31 जनवरी को ईडी ने हेमंत सोरेन को किया था गिरफ्तार
बता दें कि पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी 2024 की रात गिरफ्तार कर लिया था. उस पर बड़गाईं अंचल के 8.45 एकड़ जमीन को अवैध तरीके से कब्जा करने का आरोप है. ईडी ने इसी मामले में भानू प्रताप प्रसाद को भी गिरफ्तार किया है. हालांकि, वह पहले ही दूसरे जमीन घोटाले मामले में बंद हैं. बाद में ईडी को जांच के क्रम में पता चला कि बड़गाईं स्थित जमीन पर बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना थी.
हेमंत सोरेन ने आरोपों को नकारा है
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर चुके हैं. उनका कहना है कि जिस 8.45 एकड़ जमीन के मेरे नाम से होने की बात कही जा रही है वह एक भुईंहरी जमीन है. उन्होंने इस बात को चंपाई सोरेन के बहुमत परीक्षण वाले दिन भी सदन के पटल पर कही थी. उनका कहना था कि अगर मेरे ऊपर लगे आरोप साबित हो गये तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.