जमीन की खरीद-बिक्री मामले में व्यापारी विष्णु अग्रवाल ED के सामने होंगे पेश, 4 नवंबर को मारा गया था छापा
ईडी ने जांच में पाया है कि दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री करनेवाले गिरोह ने चेशायर होम रोड स्थित जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर भरत प्रसाद को कागजी मालिक बनाया.
दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में ईडी ने व्यापारी विष्णु अग्रवाल को 21 जून को हाजिर होने के लिए समन भेजा था. उन्हें 21 जून को सुबह 10:30 बजे ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होना है. ईडी ने दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में चार नवंबर 2022 को विष्णु अग्रवाल सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा था.
ईडी ने जांच में पाया है कि दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री करनेवाले गिरोह ने चेशायर होम रोड स्थित जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर भरत प्रसाद को कागजी मालिक बनाया. इसके बाद यह जमीन पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव को सिर्फ 1.78 करोड़ रुपये बेची गयी. पुनित से इस जमीन को 1.80 करोड़ रुपये में विष्णु अग्रवाल ने खरीदी. विष्णु अग्रवाल से मिली 1.80 करोड़ रुपये की राशि में से 1.50 करोड़ रुपये प्रेम प्रकाश के खाते में ट्रांसफर कर दिये गये.
राजीव अरुण एक्का मामले में आयोग ने लोगों से मांगे साक्ष्य
सीएम के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के वायरल वीडियो की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग ने साक्ष्य आमंत्रित करने की समय सीमा पांच जुलाई तक बढ़ा दी है. पूर्व में आयोग ने 15 जून तक का समय दिया था. हालांकि, इस दौरान अपेक्षा के अनुरूप लोगों ने प्रमाण के साथ आयोग से संपर्क नहीं किया. आयोग ने अवधि विस्तार को आखिरी मौका बताया है. कहा है कि कार्यालय के बाहर किसी के निजी स्थान पर बैठ कर राजीव अरुण एक्का की आधिकारिक फाइलों के निष्पादन से संबंधित वायरल वीडियो से संबंधित किसी भी प्रकार का साक्ष्य कांके रोड में उत्पाद भवन स्थित आयोग के कार्यालय में दिया जा सकता है.