शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के मिहिजाम स्थित दो ठिकानों में बुधवार की सुबह इडी ने छापेमारी की. जब टीम आवास पर पहुंची तो योगेंद्र तिवारी घर पर ही थे, जहां देर शाम तक छापेमारी जारी रहा. इधर ईडी के छापेमारी से दिन भर मिहिजाम के योगेंद्र तिवारी के आवास का मुख्य गेट बंद रहा. लोगों की आवाजाही बंद रहा. जानकारी के अनुसार, छापेमारी की शुरुआत इडी की टीम ने सुबह 7.15 बजे की, जो देर शाम तक जारी रही.
ईडी की टीम चार इनोवा वाहन से मिहिजाम स्थित योगेंद्र तिवारी के आर्या इन लॉज और एसबीआइ बैंक भवन के दूसरे फ्लोर स्थित कार्यालय में छापेमारी करने पहुंची. सुबह जब इडी की कार बैंक के बाहर आकर रुकी, तो वहां एटीएम में तैनात गार्ड से बैंक भवन में दूसरी फ्लोर की जानकारी ली. इसके बाद योगेंद्र तिवारी के कार्यालय से एक युवक नीचे उतर ही रहा था कि ईडी ने उससे दूसरे फ्लोर स्थित कार्यालय के बारे में पूछा.
युवक से जानकारी मिलते ही इडी की टीम दूसरे फ्लोर स्थित कार्यालय पहुंच गयी और छापेमारी शुरू कर दी. हालांकि बैंक का समय होने के बाद ईडी के साथ आये सुरक्षा कर्मी एक-एक बैंक कर्मी से पूछताछ कर ही बैंक में प्रवेश करने की इजाजत दे रहे थे. ग्राहकों को भी पूछताछ के बाद ही बैंक में प्रवेश करने दिया. इसके अलावा आर्या इन लॉज में भी दो इनोवा कार से ईडी की टीम ने प्रवेश किया और लंबे समय तक छापेमारी की. वहीं इडी की टीम दो महिला सदस्य के साथ टीम योगेंद्र तिवारी के आवास पर भी गयी.
रांची. झारखंड में योगेंद्र तिवारी को शराब का किंगपिन माना जाता है. इनके कई रसूखदारों से करीबी संबंध हैं. योगेंद्र तिवारी के यहां शराब को लेकर पूर्व में भी कार्रवाई हुई है. योगेंद्र तिवारी झारखंड के जामताड़ा जिला के रहनेवाले हैं. इन्हें वर्ष 2021-22 में 19 जिलों में शराब का थोक कारोबार की जिम्मेदारी मिली थी. इसके बाद मई 2022 से नयी उत्पाद नीति के तहत शराब की बिक्री शुरू हुई. योगेंद्र तिवारी पर जामताड़ा जिला के अलग-अलग थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. योगेंद्र तिवारी के ठिकानों पर इस वर्ष आयकर का सर्वे भी हुआ था. आयकर विभाग ने इन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया था.