रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर का इस्तेमाल कर व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर लॉकडाउन के संबंधित झूठी खबर प्रसारित करने के मामले में गोंदा थाना में रविवार को केस दर्ज किया गया.
झामुमो रांची जिलाध्यक्ष, कांके पतराटोली निवासी मुस्ताक आलम की लिखित शिकायत पर केस दर्ज हुआ है. गोंदा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अवधेश कुमार को केस का अनुसंधानक बनाया गया है. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि झूठी खबर में मुख्यमंत्री के नाम का उल्लेख करते हुए कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में झारखंड में लॉकडाउन लगने की बात कही गयी है. कहा गया कि छह दिसंबर से स्कूल, कॉलेज, इंस्टीट्यूट आदि बंद रहेंगे.
बता दें कि कुछ दिनों पहले हेमंत सोरेन के नाम पर सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट का सर्कुलेट हुआ था जिसमें कहा गया था कि 6 दिसंबर 2021 से 1 जनवरी 2022 तक झारखंड राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज, शिक्षण संस्थान, आंगनबाड़ी केंद्र, धर्म स्थल और पार्क सब बंद कर दिये जायेंगे. इस दौरान जितनी भी परीक्षाएं होनी थी, सभी रद्द कर दी गयी है. इतना ही नहीं, हेमंत सोरेन के नाम से जो ट्वीट सोशल मीडिया में घूम रहा है, उसमें यह भी लिखा गया है कि अगर किसी को जरूरी काम से कहीं जाना है, तो इसके लिए ई-पास की जरूरत पड़ेगी.
बाद में सीएमओ ने इस ट्वीट को फेक करार देते हुए कहा था कि झारखंड सरकार की ओर से कोरोना लॉकडाउन के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. झारखंड पुलिस को निर्देश दिया गया है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करे.