झारखंड: मतदाता सूची का प्रारूप आज होगा प्रकाशित, दावा व आपत्ति दर्ज कराने के लिए मिला इतने दिनों का समय
मृत या स्थायी रूप से अन्यत्र शिफ्ट हो चुके मतदाताओं के नाम हटाने, ब्लैक एंड व्हाइट फोटो युक्त या कटे-फटे पुराने पहचान पत्रों को बदलने की कार्यवाही भी करेंगे.
रांची : वर्ष 2024 में होनेवाले लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है. इस क्रम में 27 अक्तूबर को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन कर दिया जायेगा. नौ दिसंबर तक दावा व आपत्ति दिये जा सकेंगे. राज्य चुनाव पदाधिकारी के रविकुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एक जनवरी 2024 को अर्हता तिथि मानते हुए फोटो मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जायेगा. 28 व 29 अक्तूबर के अलावा चार और पांच नवंबर को विशेष अभियान चलाया जायेगा. इस दौरान सभी बीएलओ अपने बूथों पर उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने बताया कि पांच जनवरी 2024 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा. जिसके आधार पर लोकसभा चुनाव संपन्न होगा.
उन्होंने कहा कि घर-घर सर्वेक्षण को लेकर बीते जुलाई – अगस्त में एक माह का अभियान चलाया गया था. अभियान का दूसरा चरण 27 अक्तूबर से नौ दिसंबर तक चलाया जायेगा. इसमें सभी बूथों के बीएलओ घर-घर जाकर पात्र होने के बावजूद भी किसी कारण से अब तक मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं होने वाले मतदाताओं को चिह्नित करेंगे. मृत या स्थायी रूप से अन्यत्र शिफ्ट हो चुके मतदाताओं के नाम हटाने, ब्लैक एंड व्हाइट फोटो युक्त या कटे-फटे पुराने पहचान पत्रों को बदलने की कार्यवाही भी करेंगे.
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जोड़े जायेंगे मतदाता सूची से छूटे मतदाताओं के नाम :
के रविकुमार ने कहा कि 28 नवंबर से समावेशी सप्ताह आयोजित किया जायेगा. इस दौरान योग्य नागरिकों का मतदाता सूची में निबंधन और मतदाता सूची का शुद्धिकरण किया जायेगा. ट्रांसजेंडर, आदिम जनजाति, सेक्स वर्कर्स, वरिष्ठ नागरिक, आश्रयविहीन लोगों को मतदाता सूची से जोड़ा जायेगा. 29 नवंबर को सभी जिलों के रैन बसेरा, आश्रय गृहों में रहने वाले व आश्रय विहीन लोगों का विशेष अभियान चला कर मतदाता पहचान पत्र बनाया जायेगा. 30 नवंबर और एक दिसंबर को वरिष्ठ नागरिकों व दिव्यांगों को जोड़ने का अभियान चलेगा. दो दिसंबर को झारखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी के सहयोग से ट्रांसजेंडर व सेक्स वर्करों के नाम मतदाता सूची में जोड़े जायेंगे. तीन दिसंबर को दिव्यांगों के पंजीकरण के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
29521 हुई राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या :
मुख्य चुनाव पदाधिकारी ने बताया कि मतदाताओं की संख्या व सुविधा के मुताबिक राज्य के विभिन्न जिलों में 95 नये मतदाता केंद्रों का गठन किया गया है. जिलों में मतदाताओं की कम संख्या वाले 38 मतदान केंद्रों को निकटवर्ती मतदान केंद्रों के साथ मिला दिया गया है. अब राज्य में मतदान केंद्रों की कुल संख्या 29521 हो गयी है. पूर्व में यह 29,464 थी.