रांची : झारखंड पुलिस की आत्मसमर्पण नीति ( Naxal Surrender Policy Jharkhand ) से प्रभावित होकर प्रतिबंधित माओवादी संगठन का जोनल कमांडर सुरेश सिंह मुंडा और एरिया कमांडर लोदरो लोहरा झारखंड पुलिस के पास पहुंच गया है. सुरेश पर दस लाख व लोदरो पर दो लाख रुपये का इनाम है. दोनों से पूछताछ की जा रही है.
कुछ दिनों में दोनों का विधिवत सरेंडर कराया जायेगा. इन दोनों के अलावा तीन-चार और नक्सली पुलिस के संपर्क में हैं. संभावना है कि झारखंड पुलिस जल्द ही सभी का एक साथ सरेंडर कराये. सुरेश मुंडा खूंटी जिले का रहनेवाला है. पूर्व में वह जोनल कमांडर रहे कुंदन पाहन के लिए रांची व खूंटी इलाके में संगठन के लिए काम किया.
दस दिन पहले उसे नक्सलियों का गढ़ कहा जानेवाला चाईबासा के पोड़ाहाट इलाका में भेज दिया गया था. तब से वह इसी इलाके में संगठन के लिए काम कर रहा था. कहा जा रहा है कि एक करोड़ के इनामी अनल दा व 25 लाख के इनामी मोछू के साथ सुरेश पोड़ाहाट इलाके में लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. इसको सरेंडर के लिए तैयार करने में खुफिया एजेंसियों ने अहम भूमिका निभायी है.
Posted By : Sameer Oraon