रांची, अभिषेक रॉय : बेहतर रैंक लाने वालों को अच्छे और सस्ते मेडिकल कॉलेजों (संस्थान) में दाखिला मिलेगा. निजी कॉलेजों में पढ़ाई जहां महंगी है. वहीं, सरकारी कॉलेजों में सीमित खर्च में बेहतर पढ़ाई कर सकते हैं. इन दिनों मेडिकल काउंसेलिंग कमेटी (एमसीसी) और झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा (जेसीइसीइबी) की मेडिकल काउंसेलिंग प्रक्रिया जारी है. अब यूजी नीट 2023 में सफल हुए विद्यार्थी अपने रैंक के आधार पर मनपसंद काॅलेज पाने की कोशिश में जुटे हैं. हम यहां आपको निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में लगने वाली फीस और होनेवाले खर्च से रूबरू करा रहें हैं.
कॉमन मेरिट लिस्ट के आधार पर मिलेंगी सीटें
जेसीइसीइबी की ओर से शुरू हुई काउंसेलिंग प्रक्रिया में विद्यार्थियों को सीटें च्वाइस फिलिंग के आधार मिलेंगी. विद्यार्थियों की ओर से भरे गये कॉलेज के च्वाइस और पात्रता मापदंड पर सीट का आवंटन होगा. पर्षद ने यूजी नीट के प्राप्तांक और रैंक के आधार पर राज्य मेधा सूची जारी की है. इसमें सभी वर्ग के विद्यार्थी शामिल हैं. जबकि, मेडिकल कॉलेज में सीटों का आवंटन मेधा सूची के कॉमन मेरिट लिस्ट (सीएमएल) रैंक के आधार पर होगा. ऐसे में विद्यार्थियों के च्वाइस और उनके रैंक का आकलन होगा.
देश के टॉप निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस
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कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज मणिपाल (एमबीबीएस) 17,80,000 रु वार्षिक.
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कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एमबीबीएस) 19,25,000 रुपये वार्षिक.
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रमैया मेडिकल कॉलेज बेंगलुरु (एमबीबीएस) 22,15,500 रुपये वार्षिक.
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भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पुणे (एमबीबीएस) 23,13,115 रुपये वार्षिक.
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श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट चेन्नई : एमबीबीएस 25 लाख रुपये वार्षिक. बीडीएस: छह लाख वार्षिक.
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टॉप रैंकर्स एम्स से करेंगे एमबीबीएस
नाम – कॉलेज – अंक
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राखी कुमारी एम्स दिल्ली 720 में 705
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माहिया माहेश्वरी एम्स ऋषिकेश 720 में 691
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आदित्य अस्थाना एम्स पटना 720 में 686
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अभय कुमार एम्स कल्याणी 720 में 675
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ज्योतिर्मय एम्स कल्याणी 720 में 670
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हिमांशु रंजन एम्स कल्याणी 720 में 663
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तंजील एम्स देवघर 720 में 663
एमबीबीएस के छह सरकारी व दो निजी मेडिकल कॉलेज
झारखंड में एमबीबीएस कोर्स के लिए छह सरकारी और दो निजी मेडिकल कॉलेज हैं. इन कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल 930 सीटें तय हैं, जबकि राज्य कोटा के तहत स्थानीय विद्यार्थियों को एमबीबीएस की 613 सीटें मिलेंगी. इनमें जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों का 251 सीटों पर नामांकन होगा. वहीं, इडब्ल्यूएस का 59, एससी का 61, एसटी का 155, बीसी-वन का 51 और बीसी-टू के विद्यार्थियों का नामांकन 36 सीटों पर होगा.
कॉलेज कुल सीटें राज्य कोटा की सीटें
रिम्स रांची 180 148
एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर 100 83
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज धनबाद 100 83
फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज दुमका 100 83
मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज पलामू 100 83
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग 100 83
मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर 150 25
लक्ष्मी चंद्रवंशी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पलामू 100 25
राज्य में तीन डेंटल कॉलेज
यूजी-नीट के सफल अभ्यर्थियों के पास एमबीबीएस के अलावा बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) का भी विकल्प है. राज्य में बीडीएस कोर्स के लिए चार शैक्षणिक संस्थान हैं. इनमें कुल 363 बीडीएस सीटें तय हैं. जबकि, पर्षद की ओर से स्टेट मेडिकल काउंसेलिंग से विद्यार्थियों को 307 सीटों पर नामांकन मिलेगा. इनमें जनरल सीटें 123, इडब्ल्यूएस – 29, एससी – 32, एसटी – 80, बीसी-वन 25 और बीसी-टू 18 तय की गयी हैं.
एमबीबीएस की तुलना में बीडीएस कोर्स की लागत कम
मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की तुलना में बीडीएस कोर्स की लागत कम है. हालांकि, सरकारी और निजी कॉलेज की तुलना में कोर्स फीस का अंतर लाखों में हैं. उदाहरण के तौर पर डेंटल इंस्टीट्यूट रिम्स (सरकारी कॉलेज) की सालाना कोर्स फीस 38 हजार रुपये है. वहीं, राज्य के ही निजी डेंटल कॉलेज में शामिल वनांचल डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल गढ़वा में नामांकन के समय विद्यार्थियों को 2,93,700 रुपये देने होंगे. वहीं, चार वर्ष के डिग्री कोर्स को पूरा करने में कुल 11,52,300 रुपये चुकाने होंगे.
एम्स में पढ़ाई का खर्च 1628 रुपये वार्षिक
देशभर के सभी 20 एम्स संस्थानों में एमबीबीएस कोर्स का फीस स्ट्रक्चर एक समान है. एम्स नयी दिल्ली ने सत्र 2023 का फीस स्ट्रक्चर जारी कर दिया है. इसके तहत एकेडमिक और अन्य खर्च के तौर पर विद्यार्थियों से कुल 1628 रुपये वार्षिक फीस ली जायेगी. मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल अनिवार्य किया गया है. ऐसे में हॉस्टल व अन्य खर्च कुल 4228 रुपये वार्षिक तय है. ऐसे में एम्स नयी दिल्ली में एक विद्यार्थी को वार्षिक फीस के तौर पर कुल 5856 रुपये चुकाने होंगे. यही कोर्स फीस एम्स देवघर में भी लागू की गयी है.
रिम्स की सालाना फीस 48 हजार
निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स का खर्च सरकारी कॉलेजों की तुलना में काफी अधिक है. उदाहरण के तौर पर सरकारी मेडिकल कॉलेज रिम्स रांची में एमबीबीएस की सालाना कोर्स फीस 48 हजार रुपये तय हैं. वहीं, राज्य के ही निजी मेडिकल कॉलेज मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर में एमबीबीएस कोर्स की सालाना फीस दो श्रेणी में बंटी है. इसमें एमसीसी के अंतर्गत चिह्नित होकर नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों को सालाना 16,09,000 रुपये चुकाने होंगे. जबकि, राज्य कोटा से सीट हासिल करने वाले जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों को सालाना 12,96,750 रुपये और अन्य श्रेणी के विद्यार्थियों को 8,04,500 रुपये देने होंगे.