अब झारखंड के मनरेगा कर्मी भी आंदोलन की तैयारी में, 23 से 31 जुलाई तक देंगे धरना
झारखंड के मनरेगा कर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास के घेराव का कार्यक्रम भी रखा गया है. इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं होंगी, तो ग्रामीण विकास मंत्री के आवास के समक्ष घेरा डालो, डेरा डालो कार्यक्रम किया जायेगा
रविवार को राज्य भर के मनरेगाकर्मी मोरहाबादी मैदान में जुटे. यहां अपनी मांगों को लेकर बैठक की. बैठक में सारे कर्मियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर रोष जताया. साथ ही मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करने का फैसला लिया है. इसके तहत धरना दिया जायेगा. फिर ग्रामीण विकास मंत्री और सभी मंत्रियों के आवास का घेराव किया जायेगा.
इस क्रम में मुख्यमंत्री आवास के घेराव का कार्यक्रम भी रखा गया है. इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं होंगी, तो ग्रामीण विकास मंत्री के आवास के समक्ष घेरा डालो, डेरा डालो कार्यक्रम किया जायेगा. इसके बाद के चरण में सारे कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे. झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ की बैठक की अध्यक्षता जॉन पीटर बागे ने की.
आंदोलन का ही विकल्प बचा :
इस मौके पर जॉन पीटर बागे ने कहा कि बार-बार सरकार के वादे के बाद भी मांगें पूरी नहीं हो रही हैं. ऐसे में आंदोलन का ही विकल्प बचा है. बैठक में सभी जिलाध्यक्ष, सचिव और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे. बसंत सिंह ने कहा कि अब हमें हक संघर्ष करके लेना होगा. सेवा नियमितीकरण उनकी प्रमुख मांग है. प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि हमेशा से मनरेगाकर्मियों को छलने का काम किया गया है. हम संविदाकर्मियों का दुख किसी को दिखायी नहीं दे रहा है. मंच संचालन सचिव विकास पांडेय ने किया.
ये कार्यक्रम होंगे
पूरे प्रदेश में वादा खिलाफी का पर्चा आम जनता तक पहुंचाया जायेगा
जिला मुख्यालयों में 23 जुलाई से 31 जुलाई तक एक दिवसीय धरना होगा
सभी विधायकों का आवास घेराव कर मांग पत्र सौंपा जायेगा
सभी मंत्रियों का आवास घेराव 20 अगस्त से 31 अगस्त तक होगा
18 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास का घेराव होगा
10 अक्तूबर को ग्रामीण विकास मंत्री के आवास पर घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम
अंत में मांगें पूरी नहीं होने अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी